हजारीबागः जिले के सदर प्रखंड के बोहरनपुर में हुई मूर्ति चोरी के 48 घंटे से अधिक समय बीत जाने के बाद भी पुलिस के पास किसी भी तरह की जानकारी हाथ नहीं लगी है. इस मामले में पुलिस अब तक 30 से अधिक लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर चुकी है. वहीं SIT की टीम भी गठित कर दी गई है. अब हजारीबाग की जनता, समाजसेवी और राजनेता एक मंच पर आकर इस पूरे मामले की जांच के लिए आवाज उठा रहे हैं.
पुरातात्विक महत्व की मूर्तियों का 48 घंटे बाद भी नहीं लगा पता, उठी जांच की मांग
हजारीबाग के बोहरनपुर में पाल वंश के समय की दो मूर्ति चोरी होने के 48 घंटे बीत जाने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं. इस मामले को लेकर जिले के राजनेता, समाजसेवी, आम जनता उच्च स्तरीय जांच की मांग कर रहे हैं.
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बोहरनपुर से चोरी हुईं मूर्तियां
हजारीबाग के बोहरनपुर में पाल वंश के समय की दो बौद्ध मूर्ति चोरी होने के 48 घंटे बीत जाने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं. ऐसे में अब हजारीबाग के राजनेता, समाजसेवी, आम जनता मामले की जांच की मांग कर रहे हैं. इस बाबत भाजपा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य भैया अभिमन्यु प्रसाद ने जिला प्रशासन से मांग की है कि इस पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए, ताकि जो भी व्यक्ति इसके पीछे हो उस पर कार्रवाई की जा सके. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हजारीबाग से मूर्ति नहीं धरोहर की चोरी हुई है. ऐसे में इस पूरे मामले की छानबीन बेहद जरूरी है. उन्होंने कहा कि उस दिन पहले ही मूर्तियों की सुरक्षा को लेकर लोगों ने गुहार भी लगाई थी और जिला प्रशासन सक्रिय नहीं हुआ था, इस कारण यह घटना घटी है.
खुदाई में मिली थीं पाल वंश के समय की 12 से अधिक मूर्ति
हजारीबाग के बोहरनपुर में पाल वंश के समय की 12 से अधिक मूर्ति जिसमें बुद्ध और मां तारा की प्रतिमा भी शामिल हैं, वह खुदाई के दौरान मिली थी. जिसमें पुरातात्विक विभाग पटना इकाई दो के पदाधिकारी लगे हुए थे. मूर्ति मिलने के बाद लोगों में काफी उत्साह था और यह कहा जा रहा था कि यहां आस-पास म्यूजियम बनाया जाएगा. जिन मूर्तियों की चोरी हुई है उसकी कीमत करोड़ों में आंकी जा रही है.