झारखंड

jharkhand

ETV Bharat / state

गैस रिसाव की जांच करने NDRF की टीम पहुंची हजारीबाग, कहा- अब नहीं है खतरा - आइसक्रीम फैक्ट्री में गैस रिसाव में नहीं है खतरा

हजारीबाग के मल्हार टोली के आइसक्रीम फैक्ट्री में गैस रिसाव का मामला अब जोर पकड़ता जा रहा है. जहां एक ओर फैक्ट्री को सील कर दिया गया था, तो दूसरी ओर शुक्रवार को एनडीआरएफ की टीम पहुंची है और पूरे मामले की जांच की.

गैस रिसाव का जांच करने NDRP की टीम पहुंची हजारीबाग, सदस्यों ने कहा अब नहीं है खतरा
एनडीआरएफ की टीम

By

Published : Mar 13, 2020, 5:36 PM IST

हजारीबागः जिले के मल्हार टोली में आइसक्रीम फैक्ट्री के गैस रिसाव मामले को लेकर एनडीआरएफ की टीम हजारीबाग पहुंची है. रांची की यह टीम ने जायजा लिया है कि क्षेत्र में किसी भी तरह का कोई समस्या तो नहीं है. या फिर कहीं जान माल की खतरा नहीं है.

देखें पूरी खबर

अब नहीं है खतरा

जांच करने के बाद एनडीआरफ टीम के सदस्य ने ईटीवी से बात करते हुए कहा कि किसी भी तरह की खतरा अब नहीं है, गैस खत्म हो चुका है. लेकिन उन्होंने आम जनता से अपील जरूर की है कि जब इस तरह की घटना घटती है तो दूरी बनाकर रहे और नाक में भीगा हुआ कपड़ा बांध के रखें. ताकि किसी भी तरह की समस्या ना हो. उन्होंने यह भी कहा कि यह गैस काफी खतरनाक है, जिसे जान भी जा सकती है. जांच करने के बाद उन्होंने आम लोगों से अपील भी की है कि किसी भी तरह का अफवाह पर ध्यान ना दें और अपने घरों में आराम से रहें. अगर परेशानी होती है तो तत्काल चिकित्सक से मुलाकात करें.

और पढ़ें- हजारीबाग: बर्फ फैक्ट्री से गैस रिसाव, 12 से अधिक लोग अस्पताल में भर्ती

एक की मौत हुई थी

बता दें कि विगत गुरुवार को हजारीबाग के मल्हार टोली के आइसक्रीम फैक्ट्री में अमोनिया गैस का रिसाव हुआ था और अफरा-तफरी मच गई थी. जिसमें एक महिला की मौत भी हुई थी और 30 लोग हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती किए गए थे. वहीं 200 से 300 परिवार को क्षेत्र से दूर कर दिया गया था. उनके रहने की व्यवस्था हजारीबाग स्टेडियम और कई धर्मशाला में किया गया था. हालात की गंभीरतो को देखते हुए हजारीबाग के उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक, उप विकास आयुक्त, एसडीपीओ सदर समेत कई आला अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे थे. रेस्क्यू के दौरान 2 पुलिसकर्मी, एसडीपीओ सदर कमल किशोर और थाना प्रभारी नीरज कुमार भी प्रभावित हुए थे. उनका इलाज हजारीबाग के निजी अस्पताल में किया गया था. हजारीबाग मेडिकल कालेज के अधिक्षक ने बताया कि 9 डाक्टरों कि टीम लगी हुई थी, जिसमें 30 मरीजों को भर्ती कराया गया. जिसमें 2 को रिम्स 4 अपने इच्छा से हजारीबाग के निजी अस्पताल चले गए. वहीं 1 की मौत हो गई.

ABOUT THE AUTHOR

...view details