झारखंड

jharkhand

ETV Bharat / state

हरियाली का संदेश लेकर देश भ्रमण पर निकले नरपत सिंह, 28 हजार किलोमीटर की यात्रा साइकिल से की पूरी

राजस्थान के नरपत सिंह देश भ्रमण पर निकले हैं. इस दौरान वे झारखंड के हजारीबाग भी पहुंचे. नरपत सिंह का उद्देश्य देश को हरियाली का संदेश देना है. वे साइकिल से ही अब तक करीब 28 हजार किलोमीटर की यात्रा पूरी कर लगभग पूरा देश घूम चुके हैं और करीब 95 हजार पौधे लगा चुके हैं.

Narpat Singh of Rajasthan
Narpat Singh of Rajasthan

By

Published : Mar 9, 2022, 2:26 PM IST

हजारीबाग:दुनिया में ऐसे कई लेग हैं, जो समाज और देश की भलाई के बारे में सोचते हैं. इसका एक बेहतरीन उदाहरण हैं- नरपत सिंह, जो राजस्थान के रहने वाले हैं. नरपत सिंह का उद्देश्य देश को हरियाली का संदेश देना है. इसके लिए वे इन दिनों से देश भ्रमण पर निकले हुए हैं. इस दौरान वे झारखंड के हजारीबाग भी पहुंचे. जहां उन्होंने ईटीवी भारत के साथ अपनी बातें साझा की.

इसे भी पढ़ें:कोई दीवाना कहता है, कोई पागल समझता है! जुनून ऐसा कि पेड़ों के नाम लिखा जीवन, लगाए हजारों पौधे


देश भ्रमण पर निकले राजस्थान के नरपत सिंह ने अब तक साइकिल से करीब 28 हजार किलोमीटर की यात्रा पूरी की. भ्रमण के दौरान वे देश के विभिन्न राज्यों तक पहुंच चुके हैं, उन राज्यों के अलग-अलग शहरों में उन्होंने वहां के लोगों से मुलाकात की और अब तक लगभग 95 हजार पौधे लगाए हैं. हजारीबाग के संत कोलंबस कॉलेज (St. Columbus College of Hazaribag) के पास नरपत सिंह साइकिल में तिरंगा झंडा लिए मिले.

ऐसे शुरू हुई मुहिम: नरपत सिंह पिछले 2 सालों से हरियाली का संदेश देने निकले हुए हैं. उन्होंने बताया कि अपनी बहन की शादी में उन्होंने हर एक व्यक्ति को पौधा उपहार स्वरूप दिया था. राजस्थान में उन्होंने कई पौधे लगाए हैं. उन्होंने बताया कि उनके इस मुहिम में कई लोगों ने मदद की. जिससे सैकड़ों पौधे लगाए जा सके. राजस्थान में इस मुहिम को चलने के बाद उन्होंने मन बनाया कि क्यों ना इस मुहिम पूरे देश भर में फैलाया जाए और यहीं से उनका यह सफर शुरू हुआ.

ईटीवी भारत के साथ अपनी बातें साझा करते नरपत सिंह

उत्तर प्रदेश और बिहार जाना है शेष:उन्होंने बताया कि वे जहां भी जाते हैं वहां पौधे खरीदते हैं या लोगों से ले लेते हैं. फिर उस पौधे को लगाते हैं और वहां के स्थानीय लोगों को उस पौधे की रक्षा के लिए प्रेरित करते हैं. इस तरह से वे अब तक 95 हजार पौधे लगा चुके हैं. उन पौधों की जिम्मेवारी वहां के स्थानीय लोगों की है कि वे उसकी देखभाल करें. उन्होंने बताया कि पूरे भारत भ्रमण में अब उत्तर प्रदेश और बिहार जाना शेष रह गया है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details