हजारीबाग: हिंदू धर्म में दुर्गा पूजा का विशेष महत्व है. दुर्गा पूजा के दौरान अगर कोई संत ,साधु या योगी घर पहुंचे तो शुभ माना जाता है, लेकिन हजारीबाग के टाटीझरिया में जब एक योगी भिक्षा मांगने के लिए पहुंचा तो उसे देखकर घरवाले खुशी के मारे रो पड़े और उसे गले से लगा लिया. दरअसल यह योगी आज से 17 साल पहले घर छोड़कर चला गया था और जब लौटा तो वह योगी के रूप में सामने आया.
हजारीबाग के टाटीझरिया के रहने वाले सुबोध ने 13 साल पहले 2003 मे घर छोड़ दिया था. घर छोड़ने का कारण उसके पिता ने उसे छाता मांगने पर छाता नहीं खरीद दिया.
ऐसे में वह गुस्सा होकर घर से दूर चला गया .16 अगस्त 2003 को अपने परिवार से दूर होने के बाद 17 साल के बाद अपना गांव लौटा और अपने मां से भिक्षा मांगी.
लेकिन मां ने भिक्षा तो नहीं दिया और उसे गले से लगा लिया. उसके पिता कौलेश्वरी मिश्र यह देखकर भाव विभोर हो उठे और जिद कर दिया कि वह घर से नहीं जाएं .