हजारीबागः जिले के चौपारण प्रखंड के विभिन्न गांवों में प्रवासी मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से दर्जनों विकास योजनाएं चल रही हैं. वैश्विक महामारी और आपदा को लेकर सरकार तथा जिला प्रशासन के निर्देश पर कई योजनाएं शुरू हैं.
बीडीओ अमित कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि विभिन्न प्रदेशों से लॉकडाउन में घर वापसी करने वाले प्रवासी मजदूरों को काम मांगने पर 24 घंटे में ही गांव में मनरेगा योजना से संचालित कार्य में रोजगार उपलब्ध करा दिया जाएगा.
प्रवासियों के लिए पंचायत स्तर पर दर्जनों योजनाएं चल रही है. बीडीओ ने बताया कि लॉकडाउन में अब तक करीब 8 हजार प्रवासी वापस आए हैं. इसमें छात्र, बच्चे, बुजुर्ग भी शामिल हैं. 26 पंचायतों के 269 गांवों में निबंधित मजदूरों की संख्या साढ़े आठ हजार से अधिक है, जिसमें कई मजदूर निबंधन के बाद विभिन्न प्रदेशों में काम करने चले गए थे.
लॉकडाउन 4 के बाद 519 प्रवासी मजदूरों का जॉब कार्ड बनाया गया तथा 334 प्रवासी जॉब कार्ड के लिए फार्म लिए गए हैं. सभी का शीघ्र जॉब कार्ड बन जाएगा.
पिछले एक सप्ताह में विभिन्न योजनाओं में 12 हजार से अधिक मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराया गया है. उन्होंने बताया कि 72 एकड़ भूमि पर पौधारोपण के लिए प्रारंभिक कार्य मेड और गड्ढे की खुदाई शुरू हो गई है.