हजारीबाग:विवाह के मांगलिक कार्यों पर कोरोना का ग्रहण इस बार भी पड़ा है. 22 अप्रैल से 16 जुलाई तक शादियों का शुभ मुहूर्त था, लेकिन कई विवाह हैं, जो अब इस संक्रमण के कारण टाल दिए गए हैं. ऐसे में शादी से जुड़े व्यवसाय प्रभावित हुए हैं, साथ ही जिनके घर में शादी है, वे भी मायूस हैं.
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व्यापार पर कोरोना का बुरा असर
कोरोना संक्रमण का असर वैवाहिक कार्यक्रमों में भी देखने को मिल रहा है. पिछले साल भी कोरोना के कारण हजारीबाग में लगभग 16 हजार शादियां टल गईं थीं. इस बार भरोसा था कि संक्रमण समाप्त हो जाएगा और धूमधाम के साथ शादी होगी. 22 अप्रैल से 16 जुलाई तक शादी का शुभ मुहूर्त है.
इस बार फिर संक्रमण के कारण शादी टाल दी जा रहीं हैं. जोड़ियों के मिलन पर ग्रहण लग गया है. ऐसे में इन से जुड़े व्यवसाय करने वाले भी दुखी हैं. हजारीबाग के कपड़ा व्यवसायी कहते हैं कि उनके व्यापार पर कोरोना का बुरा असर पड़ा है. आलम यह है कि खरीदारी भी अब नहीं हो रही है, क्योंकि सरकार ने 50 लोगों के साथ शादी करने का आदेश दिया है. ऐसे में खरीदारी भी अब नहीं हो रही है.
खुशी पर विराम
मई और जून में होने वाली शादियों पर विराम लग गया है. यूं कहें तो दो दिलों के मेल पर बजने वाली शहनाई की गूंज भी अब मौन हो गई है. एक अनुमान के अनुसार, जिले में 10 हजार से अधिक जोड़ों की शादी आगामी नवंबर-दिसंबर तक चली गईं हैं. पिछले साल डर के कारण लोगों ने 16 हजार शादियां टाल दी थी, जिसमें अधिकतर शादियां पिछले साल नवंबर-दिसंबर में संपन्न हुई थी. बाकी शादी अप्रैल, मई और जून महीने में होनी थी, लेकिन कोरोना की दूसरी लहर ने उनके खुशी पर ही विराम लगा दिया है.
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भगवान भरोसे चल रहा है व्यवसाय
ऐसे में हजारीबाग के कैटर का कहना है कि 25 बुकिंग उन्हें मिली थी. उनके पास कारीगर कोलकाता, धनबाद और रांची से आते हैं. लोगों ने उन्हें एडवांस पेमेंट भी कर दिया था, लेकिन अब धीरे-धीरे आर्डर कैंसिल किए जा रहे हैं. कुछ ने तारीख बढ़ा दी है, जिससे लोगों का पैसा फंस गया है, जो एडवांस कारीगरों को दिया गया था, वह वापस भी नहीं आएगा. ऐसे में व्यवसाय भगवान भरोसे ही चल रहा है. पिछले 2 सालों से बुकिंग की स्थिति बेहद खराब है.
टाल दी गई शादी की तारीख
हजारीबाग के अधिवक्ता राजीव सिन्हा के छोटे भाई की शादी थी. ऐसे में काफी जोर-शोर के साथ तैयारी भी चल रही थी, लेकिन संक्रमण की दूसरी फेज आने के बाद परिवार ने शादी की तारीख टाल दी है. उनका कहना है कि कोरोना के बढ़ते प्रकोप से उनके घर कोई भी अतिथि आना पसंद नहीं कर रहे हैं. ऐसे में सामाजिक दायित्व भी है कि भीड़ इकट्ठा ना किया जाए, क्योंकि जब शादी होगी तो लोग भी आएंगे. 50 व्यक्तियों के साथ ही शादी करने का आदेश सरकार ने दिया है. वह नियम भी टूट जाएगा. इस कारण उन लोगों ने शादी की तारीख बढ़ा दी है.
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शादी की बुकिंग कैंसिल
इधर शादी में फोटोग्राफी और रिकॉर्डिंग करने वाले बबलू कुमार सिन्हा बताते हैं कि उनके पास शादी से जुड़े कार्यक्रमों की 50 बुकिंग थी, लेकिन आज की तारीख में महज 5 से 7 बुकिंग ही बची है. सारी बुकिंग कैंसिल हो गई है. ऐसे में उनका पैसा भी फंसा है. उनका कहना है कि पिछले साल भी लॉकडाउन होने के कारण शादियां नहीं हुईं थीं. इस बार भी संक्रमण के कारण उनका व्यापार प्रभावित हुआ है. संक्रमण ने हर एक व्यक्ति के जीवन को प्रभावित किया है. ऐसे में सभी को उस दिन का इंतजार है, जब स्थिति सामान्य होगी और कार्यक्रम पहले की तरह हो पाएंगे.