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बिजली काटने के विरोध में JMM के छात्र नेताओं ने किया विरोध, कर्मियों को चैंबर से निकाला बाहर

हजारीबाग में बिजली व्यवस्था चरमरा गई है. 24 घंटे में महज 6 घंटे ही बिजली हजारीबागवासियों को मिल पा रही है. ऐसे में बताया गया कि डीवीसी लोड शेडिंग के नाम पर बिजली काट रही है. डीवीसी का करोड़ों का बकाया होने के कारण 18 घंटा बिजली काटी जा रही है. इसके विरोध में जेएमएम के छात्र नेताओं ने बिजली विभाग का घेराव कर कर्मियों को कार्यालय से बाहर निकाल दिया.

JMM student leaders protest against power cuts in Hazaribag
कर्मियों को कार्यालय से बाहर निकाला

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Published : Mar 11, 2020, 7:40 PM IST

हजारीबाग: जिले में पिछले 2 दिनों से बिजली व्यवस्था चरमरा सी गई है. 18 घंटा बिजली काटा जा रहा है. ऐसे में जेएमएम के छात्र नेताओं ने बिजली ऑफिस में विरोध दर्ज किया है. पार्टी के नेताओं ने बिजली ऑफिस में काम कर रहे कर्मियों को उनके चैंबर से बाहर निकाल कर विरोध दर्ज किया है.

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छात्र नेताओं का कहना है कि बिजली विभाग की लापरवाही के कारण बिजली नहीं मिल पा रही है. जिससे पूरे हजारीबाग में स्थिति गंभीर हो गई है. घरों में पीने के लिए पानी तक नहीं है. ऐसे में विभाग 18 घंटा बिजली काट रहा है और महज 6 घंटा ही बिजली मुहैया हो रही है. जिसके कारण हरेक व्यक्ति परेशान है. इसलिए हम लोगों ने विरोध दर्ज करते हुए तालाबंदी की है.

18 घंटा बिजली काटा जा रहा
डीवीसी ने 25 फरवरी 2020 तक पुराना भुगतान करने की तारीख निर्धारित की थी. पैसे का भुगतान नहीं होने के कारण डीवीसी बिजली मुहैया नहीं करा रही है. शेडिंग के नाम पर 18 घंटा बिजली काटा जा रहा है. विद्युत कार्यपालक अभियंता पीएम सिंह ने जानकारी दिया कि प्रत्येक 6 घंटे के अंतराल पर पावर शेडिंग किया जाना है और 2 घंटे ही विद्युत आपूर्ति डीवीसी कर रही है.

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यानी 24 घंटे में 18 घंटा लोडशेडिंग और 6 घंटे आपूर्ति बहाल रहेगी. पदाधिकारी ने जानकारी फोन पर दी है. कार्यालय जाने पर किसी भी अधिकारी से मुलाकात नहीं हो पाई. कनीय पदाधिकारियों ने जानकारी दी है कि रांची में बैठक होने के कारण पदाधिकारी कार्यालय नहीं पहुंचे हैं. बहरहाल, यह देखने वाली बात होगी कि हजारीबाग में बिजली की व्यवस्था कब सुधरती है और कब सरकार डीवीसी को बकाया भुगतान करती है.

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