रांचीः भारतीय जनता पार्टी के कार्यसमिति की बैठक हजारीबाग में शुरू हो गयी. जिसमें राज्यभर के सांसद, राज्यसभा सांसद, विधायक और पार्टी के कार्य समिति के सदस्य उपस्थित हुए हैं. बैठक में राज्य की वर्तमान राजनीतिक स्थिति और कैसे आदिवासियों के बीच पार्टी अपनी पैठ मजबूत करें, इन सब विषयों पर भी चर्चा होने की उम्मीद है.
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हजारीबाग में बीजेपी कार्यसमिति की बैठक 15 साल बाद हो रही है. जिसमें पूरे राज्य के भारतीय जनता पार्टी के सांसद राज्यसभा सांसद विधायक और कार्यसमिति के सदस्य हिस्सा ले रहे हैं. इस बैठक में केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास, नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी समेत कई वरीय पदाधिकारी हिस्सा ले रहे हैं. 27 मई को कोर कमिटी एवं प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक हुई थी, जिसमें राजनीतिक प्रस्ताव पास किया गया था.
बैठक में शामिल होने पहुंचे केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि यह बैठक काफी महत्वपूर्ण है. राज्य के जुड़े मुद्दों पर चर्चा की जाएगी, साथ ही राजनीतिक परिदृश्य पर भी चर्चा की जाएगी. उन्होंने राज्यसभा चुनाव को लेकर कहा कि राज्यसभा में भाजपा का कोई कार्यकर्ता ही पहुंचेगी. यहां बता दें कि फिलहाल कार्यसमिति की बैठक जारी है. इसके बाद क्या बातें छनकर सामने आएंगी यह महत्वपूर्ण होगा. पार्टी आगे किन एजेंडों को लेकर आम जनता के पास जाएगी ये बातें मीटिंग के बाद ही स्पष्ट हो पाएगी.
बीजेपी कार्यसमिति की बैठक में शामिल आला नेता प्राप्त जानकारी के अनुसार कार्यसमिति की बैठक में राज्य की वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य, भ्रष्टाचार के मुद्दे सामने आ रहे हैं, उन बिंदुओं पर विशेष रूप से चर्चा की जाएगी. साथ ही साथ सरकार को कैसे घेरा जा सके इस पर भी विस्तृत रणनीति तैयार की जाएगी. बैठक के दौरान प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि इस राज्य में भ्रष्टाचार का नया रिकॉर्ड हर रोज बनता जा रहा है, आए दिन एक से एक घोटाले सामने आ रही है. सरकार से लेकर महकमे पदाधिकारी के ऊपर भ्रष्टाचार के मामले सामने आए हैं. इसको लेकर आने वाले दिनों में पार्टी सरकार को घेरेगी.
बैठक में शामिल पार्टी पदाधिकारी यहां बता दें कि आगामी 5 जून को आदिवासी रैली का आयोजन रांची में होने जा रहा है, जिसमें जेपी नड्डा हिस्सा लेंगे. कहा जा रहा है कि इस आदिवासी रैली के जरिए भारतीय जनता पार्टी आदिवासियों में अपनी पकड़ बनाने की कोशिश करेगी. कार्यसमिति की बैठक में बाद पार्टी चुनाव की तैयारी में भी चली जाएगी. इस चुनाव में अधिक से अधिक आदिवासी जनप्रतिनिधि चुनकर जाए यह पार्टी के लिए चुनौती है. वर्तमान समय में बात की जाए तो महज दो विधायक ही आदिवासी समाज से हैं. जबकि पूरे राज्य भर में 27 आदिवासी जनप्रतिनिधि बनकर सदन मे पहुंचे हैं. कार्यसमिति में यह भी मुद्दा गर्म आएगा कि कैसे अधिक से अधिक आदिवासी नेता जनप्रतिनिधि बन कर सदन में पहुंचे.