हजारीबाग:हजारीबाग मेडिकल कॉलेज की छात्रा मौत को लेकर अब तक सस्पेंस बरकरार है. जांच की प्रक्रिया तेज कर दी गई है. इस मामले को लेकर रामगढ़ और हजारीबाग पुलिस की ज्वाइंट एसआईटी टीम जांच कर रही है. चौथे दिन भी दिन भर पुलिस ने विभिन्न लोगों से पूछताछ की है. मेडिकल कॉलेज की छात्रा के सगे संबंधी, दोस्त सभी से कई मुद्दों पर पुलिस ने पूछताछ की है. वहीं टेक्निकली लगातार इस मामले को लेकर सक्रिय है. छात्रा की कॉल डिटेल भी खंगाले जा रहे हैं. वहीं फेसबुक अकाउंट भी खंगाला गया है ताकि ठोस नतीजे पर पहुंचा जा सके.
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डीआईजी पूरे मामले की कर रही मॉनिटरिंग
हजारीबाग रेंज के डीआईजी ने बताया कि चार जगह पर मुख्य रूप से जांच की जा रही है, जिसमें हजारीबाग, रामगढ़, रांची और गोड्डा शामिल हैं. एसआईटी की टीम सभी जगह पर पूछताछ कर रही है. वहीं उनके परिजनों से भी पूछताछ कर रही है. पुलिस कई अहम सवाल का जवाब तलाश कर रही है, जिसमें छात्रा के साथ कौन सी ऐसी परिस्थिति उत्पन्न हुई कि वह प्रथम वर्ष की परीक्षा छोड़कर कैंपस से बाहर चली गई, फिर वह रांची जाने के लिए बस में सवार हुई, अगर वह रांची में उतरी तो वहां से पतरातू डैम कैसे पहुंची, इसके पीछे कौन कौन से लोग हैं, हालांकि मामले के उद्भेदन के लिए डीआईजी अमोल वेणुकांत होमकर द्वारा गठित एसआईटी में हजारीबाग और रामगढ़ जिले के एसपी के साथ-साथ कई वरीय पुलिस अधिकारियों को लगाया गया है. स्वयं डीआईजी इस पूरे मामले की मॉनिटरिंग कर रहे हैं.
पतरातू डैम से बरामद किया गया था शव
हजारीबाग मेडिकल कॉलेज की छात्रा का शव पतरातू डैम से बरामद किया गया है. मूल रूप से मृतका गोड्डा जिले की रहने वाली थी. उसके पिता सेवानिवृत्त शिक्षक हैं. वह ईयर की छात्रा थी, जो हजारीबाग मेडिकल कॉलेज हॉस्टल में रहकर पढ़ाई कर रही थी. छात्रा का शव रामगढ़ के पतरातू डैम से हाथ पैर बंधा मिला था.