हजारीबाग:पूरे देश में वैक्सीनेशन (Vaccination) युद्ध स्तर चल रहा है. अंतिम पायदान तक वैक्सीन पहुंचे इसे लेकर सरकार और स्वास्थ्य विभाग लगातार काम कर रही है. वहीं देश के कई राज्यों में वैक्सीन बर्बादी (Vaccine Waste) की खबर भी सामने आई है. इसे लेकर खूब राजनीति भी हो रही है. केंद्र सरकार ने झारखंड में भी वैक्सीन बर्बादी का आंकड़ा पेश किया था, जिसके बाद झारखंड सरकार ने सफाई दी थी. वैक्सीन की बर्बादी ना हो, इसे लेकर सरकार को और संजीदा होने की जरूरत है. हजारीबाग में भी वैक्सीन की बर्बादी पर रोक लगाने के लिए डॉक्टर, नर्स और प्रशासन सतर्क है.
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वैक्सीन ही कोरोना से बचने का एकमात्र उपाय है. ऐसे में पूरे देश में वैक्सीनेशन तेजी से हो रहा है. भारत में एक दिन में 8 लाख लोगों को वैक्सीन देने का रिकॉर्ड भी बना है. हजारीबाग में भी वैक्सीन लगाने को लेकर तत्परता देखी जा रही है. वैक्सीनेशन सेंटरों पर वैक्सीन लेने के लिए लोगों की लंबी-लंबी कतार देखने को मिल रही है. जिले में लोग बढ़-चढ़कर वैक्सीन ले रहे हैं. वहीं वैक्सीन की बर्बादी ना हो, इसे लेकर भी स्वास्थ्य विभाग संजीदा है. हजारीबाग में वैक्सीनेशन कार्यक्रम को चलाने वाले पदाधिकारी डॉ एसके कांत कहते हैं, कि वैक्सीन की बर्बादी न हो, इसे लेकर सतर्कता बरती जा रही है, वहीं इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग की ओर से कई दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं.
हजारीबाग में वैक्सीन की बहुत कम बर्बादी
डॉ एसके कांत ने बताया, कि पिछले दिनों यह बात सामने आई थी, कि झारखंड में वैक्सीन की बर्बादी हो रही है, जो गलत है, पोर्टल में गलत अपलोड करने के कारण भ्रांति फैल गई थी. उन्होंने कहा कि हजारीबाग में वैक्सीन बर्बाद होने का मामला बहुत ही कम है.