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Published : Jun 22, 2021, 10:40 PM IST

Updated : Jun 22, 2021, 10:52 PM IST

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वैक्सीन की बर्बादी पर लगेगी लगाम! स्वास्थ्य महकमा अलर्ट

कोरोना की दूसरी लहर अब कम होने लगी है. देश में वैक्सीनेशन (Vaccination) अभियान भी तेजी से चलाया जा रहा है. वहीं केंद्र सरकार के रिपोर्ट के अनुसार झारखंड वैक्सीन की बर्बादी (Vaccine Waste) को लेकर टॉप पर था, जिसे झारखंड सरकार ने खारिज कर दिया था, लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने माना था कि राज्य में केवल 2.60 फीसदी वैक्सीन की बर्बादी हुई है. अब झारखंड में वैक्सीन की बर्बादी न हो इसे लेकर स्वास्थ्य महकमा अलर्ट है.

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वैक्सीन बर्बादी पर लगाम

हजारीबाग:पूरे देश में वैक्सीनेशन (Vaccination) युद्ध स्तर चल रहा है. अंतिम पायदान तक वैक्सीन पहुंचे इसे लेकर सरकार और स्वास्थ्य विभाग लगातार काम कर रही है. वहीं देश के कई राज्यों में वैक्सीन बर्बादी (Vaccine Waste) की खबर भी सामने आई है. इसे लेकर खूब राजनीति भी हो रही है. केंद्र सरकार ने झारखंड में भी वैक्सीन बर्बादी का आंकड़ा पेश किया था, जिसके बाद झारखंड सरकार ने सफाई दी थी. वैक्सीन की बर्बादी ना हो, इसे लेकर सरकार को और संजीदा होने की जरूरत है. हजारीबाग में भी वैक्सीन की बर्बादी पर रोक लगाने के लिए डॉक्टर, नर्स और प्रशासन सतर्क है.

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वैक्सीन ही कोरोना से बचने का एकमात्र उपाय है. ऐसे में पूरे देश में वैक्सीनेशन तेजी से हो रहा है. भारत में एक दिन में 8 लाख लोगों को वैक्सीन देने का रिकॉर्ड भी बना है. हजारीबाग में भी वैक्सीन लगाने को लेकर तत्परता देखी जा रही है. वैक्सीनेशन सेंटरों पर वैक्सीन लेने के लिए लोगों की लंबी-लंबी कतार देखने को मिल रही है. जिले में लोग बढ़-चढ़कर वैक्सीन ले रहे हैं. वहीं वैक्सीन की बर्बादी ना हो, इसे लेकर भी स्वास्थ्य विभाग संजीदा है. हजारीबाग में वैक्सीनेशन कार्यक्रम को चलाने वाले पदाधिकारी डॉ एसके कांत कहते हैं, कि वैक्सीन की बर्बादी न हो, इसे लेकर सतर्कता बरती जा रही है, वहीं इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग की ओर से कई दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं.

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हजारीबाग में वैक्सीन की बहुत कम बर्बादी
डॉ एसके कांत ने बताया, कि पिछले दिनों यह बात सामने आई थी, कि झारखंड में वैक्सीन की बर्बादी हो रही है, जो गलत है, पोर्टल में गलत अपलोड करने के कारण भ्रांति फैल गई थी. उन्होंने कहा कि हजारीबाग में वैक्सीन बर्बाद होने का मामला बहुत ही कम है.

वैक्सीन लेने कतार में लोग

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एक फाइल में 10 लोगों की दी जाती है वैक्सीन
वहीं वैक्सीन देने वाली नर्स बताती हैं, कि एक फाइल में 10 लोगों को वैक्सीन दी जाती है, जब तक 10 व्यक्ति वैक्सीन लेने नहीं पहुंचते हैं, तब तक वायल का सील नहीं खोला जाता है, अगर सेंटर पर कम लोग आते हैं, तो उन्हें समझाकर अगले दिन समय पर वैक्सीन लेने बुलाया जाता है. उन्होंने बताया कि अगर 10 लोगों से कम लोगों को वैक्सीन देने के लिए वायल का सील खोला जाएगा तो, वैक्सीन की बर्बादी होगी. उन्होंने बताया कि वैक्सीन वायल का सील समय से खोला जाता है, साथ ही तारीख भी लिखा जाता है, ताकि उसका रिकॉर्ड सही-सही हो सके.

वैक्सीन लेती महिला

झारखंड में 2.60 फीसदी वैक्सीन बर्बाद

अप्रैल में कोविड वैक्सीन की बर्बादी को लेकर केंद्र सरकार ने रिपोर्ट जारी की थी, जिसमें झारखंड को टॉप पर बताया गया था. रिपोर्ट के अनुसार झारखंड में 33.95 प्रतिशत वैक्सीन बर्बाद हुई है. इस मामले के लेकर झारखंड स्वास्थ्य विभाग ने सफाई दी थी. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक झारखंड को मिले 58 लाख 17 हजार 250 डोज में से 1 लाख 51 हजार 363 डोज बर्बाद हुए. जो कुल डोज का 2.60 फीसदी है. विभाग ने बर्बादी के इस आंकड़े को संतोषजनक बताया था.

Last Updated : Jun 22, 2021, 10:52 PM IST

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