हजारीबागः जिले के चौपारण प्रखंड के विभिन्न लोगों को धमकी भरा पोस्टर भेजने के मामले का उद्भेदन पुलिस ने शनिवार को कर लिया है. थाना में बरही डीएसपी नाजिर अख्तर ने इंस्पेक्टर जगलाल मुंडा के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरे मामले से पर्दा हटा दिया है. इस मौके पर डीएसपी ने बताया कि 16 जनवरी की शाम लगभग पांच से छह बजे के करीब चौपारण में पांच लोगों को मोबाइल नम्बर 8210070761 से पीएलएफआई का धमकी भरा पोस्टर भेजा गया था और कुछ देर दो व्यवसायियों को धमकी भरा ऑडियो क्लिप वाट्सएप के माध्यम से भेजा गया था. इस संबंध में प्राप्त आवेदन पर चौपारण थाना कांड संख्या 20/23 में धारा 185/187 भादवी और 17 सीएलए एक्ट दर्ज कर अनुसंधान प्रारम्भ किया गया.
हजारीबाग पुलिस ने पीएलएफआई के तीन नक्सलियों को खूंटी से किया गिरफ्तार, चौपारण के व्यवसायियों से करोड़ों रुपए की डिमांड करने का मामला
हजारीबाग पुलिस ने चौपारण के व्यवसायियों को पीएलएफआई के नाम पर धमकी भरा पोस्टर भेजने और करोड़ों की डिमांड करने के मामले का उद्भेदन कर लिया है. हालांकि कांड के बाद पुलिस ने हजारीबाग में पीएलएफआई की मौजूदगी से इनकार किया था, लेकिन मामले में तीन लोगों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस के भी कान खड़े हो गए हैं.
पीएलएफआई के तीन सक्रिय सदस्य खूंटी से गिरफ्तारः इसी क्रम में 16 जनवरी को हुई घटना में गठित टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पीएलएफआई के तीन सक्रिय सदस्यों को खूंटी से गिरफ्तार कर लिया है. इन सभी से पूछताछ के क्रम में बहुत अहम जानकारी पुलिस को प्राप्त हुई है. इन बिंदुओं पर पुलिस अभी काम कर रही है. इस घटना में तीन नक्सलियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. शेष संलिप्त अन्य की तालाश जारी है. जिसे शीघ्र ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा. गिरफ्तार किए गए इन नक्सलियों के विरुद्ध रांची और खूंटी जिला के विभिन्न थानों में दर्जनों कांड दर्ज हैं.
पीएलएफआई के हेड राजेश गोप के निर्देश पर काम करते थे तीनों नक्सलीः डीएसपी ने बताया कि पीएलएफआई के हेड राजेश गोप के निर्देश पर ये तीनों काम करते हैं. जिसमें बिजू मुंडा पूर्व में नक्सली कांड में जेल जा चुका है. करीब पांच वर्ष जेल में रहने के पश्चात विगत एक माह पूर्व जमानत पर मुक्त हुआ है. प्रभुदान कन्डुलना द्वारा लेवी वसूलने का काम, हथियार को संगठन तक पहुंचाना और पुलिस की गतिविधि पर पैनी नजर रखना था. वहीं छोटी टोपनो अपने नाम से सिम कार्ड लेकर अपने पति बिजु मुंडा के माध्यम से राजेश गोप तक भेजती थी. उक्त तीनों पीएलएफआई के सदस्य हैं. गिरफ्तारी के बाद इन्होंने कांड में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है.गिरफ्तार नक्सलियों में बिजु मुंडा, छोटी टोपनो दोनों ग्राम सांगोर, थाना कर्रा, जिला खूंटी निवासी और ग्राम साकरमडीह चापी, थाना कर्रा, जिला खूंटी निवासी प्रभुदान कंडुलना शामिल है. नक्सलियों के पास से किपैड मोबाइल, स्क्रीन टच मोबाइल और सिम बरामद हुआ है.
गिरफ्तार नक्सलियों का इतिहासःकर्रा थाना कांड संख्या 61/18 धारा 147/148/149/290 भादवी 27 आर्म्स एक्ट और 17 एलसीए एक्ट, दूसरा कर्रा थाना कांड संख्या 80/16 धारा 302/201/34 भादवी, तीसरा कर्रा थाना कांड संख्या 19/19 धारा 25/1-b) A 26, 35 आर्म्स एवं एक्ट एएलसी 17, चौथा कर्रा थाना कांड संख्या 23/17 धारा 25(1-b) A, 26, 35 आर्म्स एक्ट और एक्ट एएलसी 17, पांचवां कर्रा थाना कांड संख्या 9/17 धारा 147/ 148/ 149/ 341/ 342/ 323/ 506/ 379/ 435/ 427/ 353/ 307 भादवी आर्म्स एक्ट 27, छठा इटकी थाना कांड संख्या 2/19, सातवां कर्रा थाना कांड संख्या 74/18 धारा 147/ 148/ 149/ 341/ 323/ 307/ 324/ 325/ 447 भादवी 27 आर्म्स एक्ट, आठवां खूंटी थाना कांड संख्या 192/18 धारा 365/302/34 भादवी आर्म्स एक्ट 27 और एएलसी 17 एक्ट, नौवां धुर्वा थाना कांड संख्या 144/ 18 दर्ज है.