हजारीबागः पुलिस की ड्यूटी बेहद कठिन और चुनौतीपूर्ण होता है. खासकर संतरी की सेवा और भी अधिक चुनौती भरा रहता है. अगर पुलिस जवान को किसी माननीय की घर की सुरक्षा की जिम्मेवारी मिल गयी तो काम और भी चुनौतीपूर्ण हो जाता है. लेकिन इन्हीं में कुछ ऐसे भी जवान होते हैं जो समय निकालकर कुछ ऐसा करते हैं. जिससे उन्हें शांति भी मिलती है और उनकी पहचान भी दूर तलक तक जाती है. ऐसा ही एक जवान है जो इन दिनों हजारीबाग सांसद जयंत सिन्हा के आवास में ड्यूटी दे रहा है.
संगीन, सुरक्षा और सिंगर! ईटीवी भारत पर मिलिए वर्दी वाले कलाकार से - झारखंड के मसूर गायक
हजारीबाग सांसद आवास में ड्यूटी देने वाला संतरी कलाकार भी है. सांसद जयंत सिन्हा के आवास में ड्यूटी दे रहा पुलिस का जवान नंदलाल नायक, अपनी ड्यूटी और अपने फन की वजह से आज जाने और पहचाने जाते हैं. ईटीवी भारत की स्पेशल रिपोर्ट से आप भी मिलिए वर्दी वाले इस फनकार से.
हजारीबाग के सांसद जयंत सिन्हा के डेमोटांड़ स्थित उनके आवास में एक जवान पिछले कुछ दिनों से सेवा दे रहा है. दिन रात वह उनके आवास पर उपलब्ध रहता है. अगर कोई भी व्यक्ति सांसद से मुलाकात करने पहुंचा तो उसकी पहली नजर उसके ऊपर रखती है. ऐसे में उसका काम चुनौती भरा है, साथ ही साथ एक जगह काम करने से मन उबाऊ भी हो जाता है. लेकिन जवान को नागपुरी एवं खोरठा गीत लिखने का शौक है.
अपनी ड्यूटी के बीच जब व्यस्तता नहीं रहती तो वह गाना लिखा करता है. जब सांसद दिल्ली में रहते हैं तो समय मिल जाता है तो वह गाना लिखता है. आज उसके गाने हिट भी हो रहे हैं. जवान नंदलाल नायक के गीत को झारखंड के मसूर गायक पवन राय आवाज दे रहे हैं. जवान नंदलाल कहते है कि उन्हें लिखने की शौक बचपन से था और वो हमेशा कविता और गाना लिखा करता था. लेकिन अब देखा कि यूट्यूब के जरिए लोग अपनी कला को सामने रख रहे है तो उन्होंने सिंगर पवन राय से मदद लिया और उनकी टीम मेरे गीत को बोल दे रहे हैं. वो वीडियो यूट्यूब में वीडियो अपलोड करते हैं. ऐसे में कई लोग अब उन्हें पहचानने भी लगे हैं.
लेकिन नंदलाल नायक पुलिस की नौकरी नहीं छोड़ना चाहता है. उसका कहना है कि वो देश सेवा करना चाहता हूं. इसलिए वो पुलिस की नौकरी में आए हैं. उन्हें गाने का भी शौक है और वो गाना लिखते हैं और गाते भी हैं. ऐसे में उनकी शौक भी पूरा हो रहा है, तमन्ना जरूर है कि लोग उन्हें एक गीतकार के रूप में भी जानें. नंदलाल के गाने आज हिट भी हो रहे हैं और उसकी पहचान भी समाज में हो रही है. नंदलाल आज प्रेरणा के स्रोत भी हैं कि अगर किसी के पास हुनर है तो वह अपने हुनर को मुकाम देने की कोशिश करें.