हजारीबागः आज का युग संचार क्रांति का है, जो व्यक्ति कदम से कदम मिलाकर चलेगा उसे लाभ भी मिलेगा. ऐसे में किसान जो कभी पारंपरिक रूप से खेती करके अपना उत्पाद बेचते थे. आज वे भी संचार क्रांति के साथ जुड़ते नजर आ रहे हैं. हजारीबाग बाजार समिति ने एक नया कीर्तिमान बनाया है. सरकार की ओर से जारी रिपोर्ट में हजारीबाग बाजार समिति ने पूरे देश में अपना नौवां स्थान डिजिटल पेमेंट में बनाया है.
हजारीबाग बाजार समिति ने डिजिटल पेमेंट में देश में हासिल किया नौवां स्थान, उत्पाद बेचकर बनाया कीर्तिमान - हजारीबाग बाजार समिति का डिजिटल पेमेंट में 9वां स्थान
हजारीबाग बाजार समिति ने पूरे देश में अपना नौवां स्थान डिजिटल पेमेंट में बनाया है. दरअसल इनाम पोर्टल के जरिए हजारीबाग के किसानों ने पूरे देश भर में अपना उत्पाद बेचकर कीर्तिमान स्थापित किया है.
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300 करोड़ रुपये का डिजिटल पेमेंट
वर्तमान समय की बात की जाए तो 187 लाख 80 हजार रुपये का डिजिटल पेमेंट किसानों को किया गया है. बाजार समिति के सचिव राकेश कुमार ने विश्वास दिलाया है कि आने वाले समय में हजारीबाग बाजार समिति पूरे देश में तीसरे स्थान में आएगी. हम लोग मार्च महीने तक 300 करोड़ रुपये का डिजिटल पेमेंट किसानों को कराने का टारगेट बना रखे हैं.
हजारीबाग बाजार समिति ने किया मुकाम हासिल
वहीं इनाम से जुड़े किसान जो वर्तमान में एफपीओपी चला रहे हैं. उनका कहना है कि सही मार्गदर्शन के कारण हजारीबाग बाजार समिति ने यह मुकाम हासिल किया है. हम लोग वर्तमान में लगभग 700 किसानों का समूह बनाए हैं और हमारे एफपीओ को 30 लाख रुपया डिजिटल पेमेंट किया गया है. जो खुद में यह बताता है कि किसान अब नए दौर में प्रवेश कर रहे हैं.
किसान के अकाउंट में पैसा ट्रांसफर
इनाम एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है, जिसमें किसान खुद को रजिस्टर्ड बाजार समिति के जरिए कराते हैं. जब किसान की फसल तैयार हो जाती है तो किसान अपनी उपज की फोटो इनाम पर अपलोड करते हैं. इसके बाद बीडिंग का ऑप्शन आता है, जिसमें पूरे देश के व्यापारी बोली लगाते हैं. किसान को अपनी न्यूनतम राशि देनी होती है. जो सबसे अधिक बोली लगाता है उसे किसान अपनी उपज बेच देता है. उत्पाद बेचने के निर्धारित समय के अंदर व्यापारी किसान के अकाउंट में पैसा ट्रांसफर करता है. महत्वपूर्ण बात यह है कि किसान का उत्पाद खेत से ही बिक जाता है. बाजार समिति इस बाबत व्यापारी और किसान की मदद करती है.