हजारीबाग: जिले के दारू प्रखंड के गोपला गांव में इन दिनों ग्रामीण हरित फैक्ट्री अपने परती जमीन पर लगा रहे हैं. दरअसल, गांव के ही 60 वर्षीय कैलाश पति देव को सालों से यह शौक था कि उनके प्रति पड़े भूखंड पर हरे-भरे पेड़ लगाए जाएं, लेकिन आर्थिक रूप से सबल नहीं होने के कारण उनका यह सपना पूरा नहीं हो रहा था. अब राज्य सरकार के बिरसा हरित ग्राम योजना के तहत उन्हें लाभ मिला है, जिससे हरित फैक्ट्री लगाने का उनका सपना साकार हुआ है. ऐसे में वे काफी खुश हैं और दूसरों के लिए प्रेरणा के स्रोत भी बन रहे हैं.
5 सालों में मिलेगा हरित फैक्ट्री से फायदा
दारू प्रखंड के गोपला गांव के रहने वाले कैलाश पतिदेव का पूरा परिवार अपने लगभग 6 एकड़ जमीन पर हरे-भरे पौधे लगाने का सपना देखा था, लेकिन आर्थिक रूप से संपन्न नहीं होने के कारण इतने बड़े भूखंड पर पौधा लगाना संभव नहीं था, लेकिन राज्य सरकार के बिरसा ग्राम योजना का इन्होंने लाभ लिया और अपने भूखंड पर फलदार वृक्ष लगाया. उनका कहना है कि वो इसे हरित फैक्ट्री कहते हैं क्योंकि फैक्ट्री का अर्थ होता है, जहां उत्पादन हो और उसे बाजार में बेचा जा सके. यहां भी आने वाले 5 सालों में फल का उत्पादन होगा और वह उसे बाजार में बेचेंगे.
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