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हजारीबागः दुर्गा पूजा में नहीं होगा गरबा व सांस्कृतिक कार्यक्रम, शांति समिति की बैठक में दिए गए ये निर्देश

कोरोना के चलते हजारीबाग में इस बार दुर्गा पूजा की रौनक फीकी रहेगी. पर्व अत्यंत सादगीपूर्ण मनाया जाएगा. उपायुक्त आदित्य कुमार आनंद की अध्यक्षता में हुई शांति समिति की बैठक में निर्धारित गाइडलाइन के साथ पर्व मनाने की अपील की गई.

शांति समिति
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Published : Oct 16, 2020, 3:22 PM IST

Updated : Oct 16, 2020, 3:30 PM IST

हजारीबागःदुर्गा पूजा को लेकर प्रशासन ने सभी तैयारियां शुरू कर दी हैं. उपायुक्त आदित्य कुमार आनंद की अध्यक्षता में दुर्गा पूजा समेत अन्य त्योहारों के मद्देनजर सरकार के दिशानिर्देशों की चर्चा व शांति समिति की बैठक स्थानीय नगर भवन में आयोजित की गई.

हजारीबाग में शांति समिति की बैठक

बैठक में कोविड-19 को लेकर दुर्गा पूजा के त्योहार में बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में विस्तार से चर्चा की गयी. इस मौके पर उपायुक्त ने कहा कि दुर्गा पूजा का आयोजन कोविड-19 के प्रसार का कारक न बने इसलिए सामाजिक दूरी का अनुपालन, मास्क, सेनिटाइजर का प्रयोग अवश्य करें.

उन्होने कहा इस बार दुर्गा पूजा का आयोजन सादगीपूर्ण तरीके से होगा, जिसमें राज्य सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन के सभी बिंदुओं पर पूजा समितियों द्वारा अनुपालन करना आवश्यक होगा.

साथ ही विसर्जन की प्रक्रिया छोटी हो. वहीं डीजे लाइट की व्यवस्था नहीं की जाएगी. सभी अंचलाधिकारी अपने कार्यक्षेत्र के बुद्धिजीवियों के साथ शांति समिति की बैठक कर विधि व्यवस्था कायम करें.

इस मौके पर उपायुक्त ने सभी पूजा पण्डालों में पेयजल की व्यवस्था, स्ट्रीट लाइट तथा सड़कों की मरम्मत को लेकर नगर निगम को निर्देश दिया.

उन्होंने कहा की किसी भी सार्वजनिक पूजा समिति द्वारा मेला, गरबा, नृत्य संध्या, सांस्कृतिक कार्यक्रम या किसी भी भीड़ भाड़ वाले कार्यक्रम नहीं होंगे.

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दुर्गा पूजा पंडाल के आसपास भीड़भाड़ वाली स्थिति उत्पन्न न हो पाए इसके लिए किसी प्रकार का फूड स्टाल, प्रसाद, भोग वितरण नहीं होगा.

पूजा पंडाल सादगीपूर्ण व मूर्ति की अधिकतम ऊंचाई 4 फिट से ज्यादा नहीं होगी तथा पंडाल में स्थापित प्रतिमा ऐसी होनी चाहिए ताकि सड़क से प्रतिमा के दर्शनार्थी खड़े न हों.

उपायुक्त ने स्थानीय समितियों के प्रतिनिधि से उनकी समस्याओं को भी सुना. समितियों द्वारा पूजा के दौरान बिजली की निर्बाध एवं वैकल्पिक आपूर्ति के लिए जेनरेटर का प्रयोग, संध्या आरती के दौरान लाउडस्पीकर का प्रयोग तथा पूजा स्थल के आसपास के जगहों के सड़कों के गढ्ढो को भरने आदि की मांग की गई.

Last Updated : Oct 16, 2020, 3:30 PM IST

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