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Published : Nov 2, 2020, 7:00 AM IST

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हजारीबागः DSP और ASP के लिए विदाई समारोह का आयोजन, भावुक हुए पुलिसकर्मी

हजारीबाग में पुलिस उपाधीक्षक विवेकानंद ठाकुर का कार्यकाल पूरा होने और एएसपी अभियान रमेश का तबादला खूंटी होने पर एक विदाई समारोह का आयोजन किया गया. इस दौरान हजारीबाग पुलिस कर्मियों ने उनके किए गए कामों को याद किया.

farewell organized for dsp and asp in hazaribag
विदाई समारोह का आयोजन

हजारीबागः दो पुलिसकर्मी हजारीबाग जिला से अपनी सेवा देने के बाद रुखसत हो गए, जिनमें एक पुलिस उपाधीक्षक विवेकानंद ठाकुर का कार्यकाल पूरा हुआ. दूसरी ओर एएसपी अभियान रमेश का तबादला खूंटी कर दिया गया.

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पुलिस विभाग में 36 साल और 5 महीने तक दी सेवा

हजारीबाग पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय विवेकानंद ठाकुर पुलिस विभाग में 36 साल और 5 महीने तक अपनी सेवा देने के बाद सेवानिवृत्त हो गए. इस अवसर पर हजारीबाग पुलिस परिवार में सादे समारोह में उन्हें विदाई दिया गया. हजारीबाग पुलिस कर्मियों ने उनके किए गए कामों को याद किया. दूसरी ओर हजारीबाग के एसपी कार्तिक एस ने उन्हें उनकी सेवा देने पर उन्हें धन्यवाद दिया.

शांत सुलझे हुए पुलिस पदाधिकारी

हजारीबाग एसपी का कहना है कि विवेकानंद ठाकुर एक शांत सुलझे हुए पुलिस पदाधिकारी रहे. जो हर एक विपरीत परिस्थिति में विभाग के साथ खड़े रहे. अपने कार्यकाल के अंतिम समय में जब पुलिस विभाग कोरोना से जूझ रहा था उस वक्त भी उन्होंने बढ़-चढ़कर अपना कर्तव्य पूरा किया. उनके सेवानिवृत्त होने से पुलिस विभाग को उनकी कमी खलेगी. वहीं, उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले समय में जब भी पुलिस विभाग को उनकी मदद की आवश्यकता पड़ेगी तो वह उनके पास पहुंचेंगे. उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि विभाग हमेशा उनके साथ खड़ा रहेगा.

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नक्सल विरोधी अभियान में दी अपनी सेवा

दूसरी ओर हजारीबाग के एएसपी अभियान रमेश जो सीआरपीएफ से नक्सल विरोधी अभियान में अपनी सेवा देने के लिए हजारीबाग में पदस्थापित किए गए थे. उनका हस्तांतरण खूंटी कर दिया गया है. उनके द्वारा किए गए नक्सलियों के खिलाफ अभियान की भी चर्चा सादे समारोह में की गई. हजारीबाग के पुलिस पदाधिकारियों ने कहा कि एएसपी के अभियान के कारण हजारीबाग नक्सल समस्या से बहुत हद तक मुक्त हुआ है. पीएलएफआई की कमर उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान तोड़ दिया. इसके अलावा भी कई गिरोह के सदस्यों को उन्होंने गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजा है. यहीं नहीं अभियान के अलावा भी पर्व-त्योहार में उन्होंने हजारीबाग पुलिस की मदद की है.

अनुशासन के लिए जानी जाती है पुलिस

कार्यक्रम के दौरान दोनों पुलिस कर्मियों ने हजारीबाग पुलिस को आश्वासन दिया कि जब भी उनकी जरूरत पड़ेगी वह उनके साथ नजर आएंगे. इस दौरान पुलिसकर्मी काफी भावुक भी हुए और उन्होंने अपना दर्द भी एक दूसरे के साथ साझा किया. दोनों पदाधिकारियों ने इस बिंदू पर जोर दिया कि पुलिस अनुशासन के लिए जानी जाती है. यह अनुशासन उनके जीवन में भी महत्वपूर्ण स्थान रखता है.

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