हजारीबाग: राज्य के विभिन्न हिस्सों में तापमान में लगातार गिरावट हो रही है, जिससे हजारीबाग जिला में भी शीतलहर, कुहासा के प्रकोप की संभावना बन रही है. हजारीबाग उपायुक्त आदित्य कुमार आनंद ने शीतलहर से बचाव के उपायों पर अमल कर इसके प्रकोप से बचने की सलाह दी है.
उपायुक्त ने कहा कि किसी भी आपात स्थिति में पुलिस सहायता के लिए 100, अग्निशमन सहायता के लिए 101, एम्बुलेंस की सहायता के लिए 102 और कंपोजिट कंट्रोल रुम के लिए 06546-264159 और 265233 नंबर पर संपर्क किया जा सकता है.
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जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, हजारीबाग की ओर से जनहित में ठंड से बचाव के तरीके सुझाए गए हैं. जोरदार ठंड से बचने के लिए आवश्यक गर्म कपड़ों जैसे- स्वेटर, मफलर, टोपी, दस्ताने का इस्तेमाल, घर के अंदर सुरक्षित रहें और स्थानीय रेडियो, समाचार पत्रों से मौसम की जानकारी लेने की सलाह दी गई है. शीतलहरी से बचाव के लिए उपायुक्त में अपील की है कि बच्चों और बूढ़ों को टोपी और मोजे अवश्य पहनाएं. शीतदंश की स्थिति में शीघ्र निकटतम स्वास्थ्य केंद्र जाकर इलाज कराएं.
उपायुक्त की ओर से जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि मवेशियों को रात में खुले आकाश पेड़ के नीचे ना रखें. मवेशियों को छत के नीचे रखकर बोरा पुराना कंबल से ढकें. रात में आग जलाएं और उनके बैठने की जगह पर पुआल, रबर मैट का इस्तेमाल करें. ग्रामीण क्षेत्रों में अत्यधिक ठंड से फसल को बचाने के लिए आवश्यक उपाय जैसे सिंचाई, फसल को ढकना, कृषि विभाग और प्रशासन से समन्वय स्थापित करने को कहा गया है. कुहासा और बारिश में गाड़ी ना चलायें. अतिआवश्यक होने पर फाॅग लाइट जलाकर, धीमी गति से सावधानीपूर्वक गाड़ी चलाएं. कोयले की अंगीठी का प्रयोग करते समय सावधान रहें और कमरे को हवादार रखें, ताकि जहरीले धुएं से नुकसान ना हो.