हजारीबाग: जिले में मंगलवार को दो महत्वपूर्ण बैठक जिला प्रशासन ने किया, इसमें पहला खनन टास्क फोर्स और दूसरा ग्रामीण विकास विभाग की योजनाओं मे कोविड-19 गाइडलाइन का पालन करने की बात कही गई है.
उपायुक्त आदित्य कुमार आनंद की अध्यक्षता में मंगलवार को समाहरणालय सभागार में कोयला के अवैध खनन से संबंधित ट्रांसपोर्ट की बैठक की गई. बैठक में उपायुक्त ने पिछले बैठक में लिए गए निर्णयों और लक्ष्यों के अनुरूप अवैध कोयले की ढुलाई, बिना चालान, प्रर्याप्त कागजात के वाहनों के परिचालन पर पूर्ण रोक लगाने के निर्देश पर कार्रवाई नहीं किये जाने पर डीएमओ से जवाब तलब किया.
उन्होंने कहा कि जिले में संचालित विभिन्न कोल परियोजनाओं में अवैध कोयला ढुलाई निरंतर की जा रही है. जिसपर अविलंब अंकुश लगाना अनिवार्य है. इसके साथ ही मोटर यान निरीक्षक को खनन में प्रयोग में लाए जा रहे मशीनों और परिवहन में प्रयुक्त वाहनों की जांच करने का निर्देश उपायुक्त ने दिया. उन्होंने कहा वाहनों का निबंधन, निबंधन की वैधता, ओवरलोडिंग, वाहनों की क्षमता, सुरक्षा मानकों का विशेष रूप से जांच करें. गलत तरीके से परिवहन मामले पर खनन कंपनी सहित वाहन मालिकों पर केस दर्ज करने को कहा.
दूसरी बैठक कोविड-19 महामारी की रोकथाम से संबंधित रही. बैठक में कहा गया कि कोविड-19 महामारी की रोकथाम से संबंधित जागरूकता अभियान पंचायतों के माध्यम से संचालित होगा. ग्रामीण विकास विभाग पंचायती राज के निदेशक सह विशेष सचिव ने कोविड-19 स्थान में पंचायतों की भूमिका पर बल देते हुए आगामी जाड़े के मौसम में और सरकार द्वारा संचालित "सबकी योजना सबका विकास" अभियान के दौरान महामारी से बचाव के लिए सावधानी बरतने एवं इस संबंध में लोगों को जागरूकता लाने का निर्देश दिया है.
सबकी योजना सबका विकास अभियान के तहत योजनाओं के चयन से लेकर उसके क्रियान्वयन तक विशेष तौर पर सावधानी बरतते हुए कोविड संक्रमण के खतरों से बचाव और रोकथाम के लिए सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का अनुपालन करते हुए सारी गतिविधियां संपन्न करने का निर्देश दिया गया है. जारी गाइडलाइन के अनुसार, पंचायत भवनों में कोविड-19 से बचाव से संबंधित जन जागरूकता लाने के उद्देश्य से दीवार लेखन, पोस्टर अधिष्ठापन, साइन बोर्ड लगाने जैसे कार्य किए जाएंगे.