हजारीबागः जिले के चौपारण थाना क्षेत्र के केवला के कब्रिस्तान से 15 वर्षीय रोशनी खातून का शव प्रशासन की मौजूदगी में अनुसंधान के लिए कब्र से बाहर निकाला गया. इस संबंध में मृतका के पिता ने बेटी की हत्या की आशंका जताई गई थी. इसके बाद थाने में मामला दर्ज कर लिया गया था. अब 44 दिन बाद पोस्टमार्टम के लिए शव को बाहर निकलवाया गया.
मौत को सामान्य मानकर किया था सुपुर्द ए खाक
मृतका के पिता ने बताया की मृतका रोशनी खातून अपने नानी के घर कटकमसांडी थाना क्षेत्र के लखनु गांव में रहा करती थी. 11 दिसंबर 2020 को पता चला कि रोशनी की कुएं में गिरने से मौत हो गई है. मौत को सामान्य मान कर सुपुर्द-ए-खाक कर दिया, लेकिन अब लगता है रोशनी की मौत कुएं में गिरने से नहीं हुई है. लड़की के पिता ने आशंका जताई कि उसकी हत्या कर शव को कुएं में फेंका गया था. इस संबंध में 16 जनवरी 2021 को कटकमसांडी थाने में मामला दर्ज कराया गया. जिसमें उन्होने कटकमसांडी थाने में कॉन्स्टेबल के पद पर पदस्थापित गौरीशंकर मंडल और अपनी दो साली को हत्या का आरोपी बनाया है.
अनुसंधान के लिए 44 दिन के बाद कब्र से निकाला गया शव, 11 दिसंबर को हुई थी मौत - हजारीबाग में 15 वर्षीय बच्ची की मौत
हजारीबाग में कुएं में गिरने से एक 15 वर्षीय बच्ची की मौत हो गई थी. जिसके बाद उसके शव को दफन कर दिया गया था. मृतका के पिता ने उसकी हत्या की आशंका जताते हुए मुकदमा दर्ज कराया था. शिकायत के आधार पर पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए 44 दिन बाद शव को कब्र से बाहर निकाला.
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कब्र से निकाला गया शव
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परिजनों ने कराया मुकदमा दर्ज
चौपारण बीडीओ सह दंडाधिकारी प्रेमचंद सिन्हा ने बताया कि रोशनी की मौत के समय उसके परिजनों ने उसकी सामान्य ढंग से हुई मौत मानकर एफआईआर नहीं कराई थी, लेकिन कुछ दिनों के बाद परिजनों को लगा की उसकी हत्या कर दी गई थी तो परिजनों की ओर से मामला दर्ज कराया गया. जिसके बाद अनुसंधान के लिए शव को कब्र से बाहर निकाला गया है.