हजारीबाग: नगर निगम में इन दिनों हाई वोल्टेज ड्रामा चल रहा है. जनप्रतिनिधि एक दूसरे के खिलाफ जमकर आग उगल रहे हैं. शनिवार को जहां पार्षदों ने निगम के सामने मेयर के खिलाफ प्रदर्शन किया था तो वहीं अब मेयर ने पार्षदों के खिलाफ बोलना शुरू कर दिया है.
मेयर की मनमानी के कारण विकास कार्य हो रहा है बाधित
बता दें कि शनिवार को हजारीबाग नगर निगम में महापौर रोशनी तिर्की के खिलाफ पार्षदों ने धरना देते हुए उन पर आरोप लगाया था कि मेयर की मनमानी के कारण विकास कार्य बाधित हो रहा है. पार्षदों का कहना है कि मेयर फाइलों पर साइन नहीं कर रही है, जिससे टेंडर रुका हुआ है. वहीं, पार्षदों के इस आरोप पर मेयर ने जवाब दिया है कि पार्षद ठेकेदारी कर रहे हैं, इसी कारण उन्हें सही काम करने पर तकलीफ हो रही है. मेयर का कहना है कि जब ठेकेदार नियम संगत काम नहीं करगे तो उन पर सवाल उठेगा ही और इसी सवाल से परेशान होकर पार्षदों ने धरना दिया है.
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सभी पार्षद देंगे सामूहिक इस्तीफा
इस पूरे मामले पर सारे पार्षद मेयर के खिलाफ एकजुट हैं. महापौर ने पार्षदों पर पर ठेकेदारी करने का आरोप लगाया तो पार्षदों ने मेयर पर दोषारोपण करते हुए कहा है कि मेयर रोशनी तिर्की कमीशन मांगती हैं. हर एक काम के पीछे उनका एक ही मकसद होता है कि उन्हें कमीशन मिले. इसलिए इसके विरोध में पार्षदों ने एकजुटता का परिचय देते हुए कहा है कि अगर मेयर मनमानी करेगी तो सभी पार्षद सामूहिक इस्तीफा दे देंगे.
नगर निगम में पड़े हैं 25 करोड़ रुपए
बता दें कि इस वक्त नगर निगम के पास लगभग 25 करोड़ रुपये विकास के लिए पड़े हुए हैं लेकिन टेंडर नहीं निकलने और जनप्रतिनिधियों के आपसी मतभेद के कारण पैसे का उपयोग नहीं हो पा रहा है. ऐसे में हजारीबाग नगर आयुक्त कमलेश सिंह का कहना है कि नियम के विरुद्ध कोई भी काम नगर निगम में नहीं किया जाएगा. उनका कहना है कि वे लगातार कोशिश कर रहे हैं कि जनप्रतिनिधियों के बीच आपसी तालमेल स्थापित हो.