हजारीबाग:सोना सोबरन साड़ी वितरण कार्यक्रम में बुधवार को जनप्रतिनिधि ही आपस में भिड़ गए. कार्यक्रम के दौरान विधायक, जिला परिषद सदस्य और उनके समर्थकों में धक्का मुक्की हुई. स्थानीय लोगों ने हस्तक्षेप कर मामले का पटाक्षेप कराया.
ये भी पढ़ें-सोनिया गांधी से ईडी की पूछताछ कल! विरोध में 21 जुलाई को कांग्रेस का सत्याग्रह मार्च, रांची के ईडी दफ्तर को घेरेंगे कांग्रेसी
निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार विधानसभा निवेदन समिति के सभापति सह स्थानीय विधायक उमाशंकर अकेला यादव के प्रखंड के गौरियकरमा, केदारूत खोड़हर, बरही पूर्वी और पश्चिमी पंचायत में सोना सोबरन योजना की शुरुआत की गई. इस कार्यक्रम की शुरुआत गौरियाकरमा पंचायत से हुई. राज्य सरकार की इस कल्याणकारी योजना के तहत गरीबों को मात्र 10 रुपये में साड़ी, धोती और लुंगी दिया जा रहा है.
बता दें कि कार्यक्रम की शुरुआत विधायक के साथ प्रमुख मनोज कुमार रजक, मुखिया कुमारी मीरा, विधायक प्रतिनिधि बिनोद कुमार यादव, पंसस वार्ड सदस्य इत्यादि ने संयुक्त रूप से कराई. इसी योजना के तहत केदारुत, खोड़ाहर, बरही पूर्वी और बरही पश्चिमी में भी इस योजना के तहत साड़ी धोती और लुंगी का वितरण किया गया. वितरण कार्यक्रम में खेरौन व खोड़ाहर में बरही पश्चिमी भाग की जिप सदस्य प्रीति कुमारी, पंचायत के वार्ड सदस्य, विहिप जिला सह मन्त्री गुरुदेव गुप्ता, समाजसेवी बिशेश्वर यादव, सहित कई लोग उपस्थित थे.
खेरौन में हुआ विवादः वितरण के लिए केदारुत पंचायत के खेरौन ग्राम में विधायक, प्रमुख, जिप सदस्य प्रीति गुप्ता, पंसस विकास कुमार सिंह व उपमुखिया कंचन देवी, एमओ आजाद सिंह मंचासीन थे. आरोप है कि कार्यक्रम प्रारम्भ होने ही वाला था कि गुरुदेव गुप्ता, केदारुत के विशेश्वर यादव और खेरौन के रामाधीन यादव, राधेश्याम सिंह व नेमधारी सिंह व्यवधान पहुंचाने लगे. इसे देखते हुए विधायक द्वारा सिर्फ जनप्रतिनिधियों द्वारा साड़ी धोती व लुंगी वितरित किए जाने की बात कही गई. इसे लेकर ये लोग खफा हो गए और विधायक से नोकझोंक करने लगे. विधायक ने बताया कि कार्यक्रम सरकारी था, जिसमें साड़ी धोती या लुंगी का वितरण जनप्रतिनिधियों या उनके प्रतिनिधियों द्वारा ही किया जाना था, लेकिन यह बात आरोपियों को रास नहीं आई. इस पर सरकारी कार्यक्रम को बाधित करते हुए साड़ी धोती और कुर्सी टेबल फेंकने लगे. उन्होंने इस मामले की डीसी, एसपी से शिकायत करने की भी बात कही.
क्या कहते हैं जिप सदस्यःइधर, जिप सदस्य प्रीति कुमारी ने कहा कि उनके पास कोई वाहन नहीं है, इससे उनके पति गुरुदेव गुप्ता शुरू से ही उनके साथ प्रत्येक कार्यक्रम में साथ रहे हैं. वे सभी विधायक का इंतजार कर रहे थे, परंतु उनके आने में बिलंब हो रहा था. इसके कारण उनके पति द्वारा कुछ योजनाओं की चर्चा की जा रही थी. इसे देखकर ही विधायक भड़क उठे और उनके पति को तिरस्कृत करते हुए मंच से हटने को कहा, जिससे उनके सम्मान को ठेस पहुंचा.
क्या कहते हैं विहिप नेताः विहिप नेता का तर्क है कि उन्होंने किसी भी प्रकार की कोई तिरस्कार नहीं किया है, वह प्रोटोकॉल का पालन करते हुए विधायक के आने के पहले जनता के बीच कुछ योजनाओं की चर्चा कर रहे थे जो विधायक को नागवार गुजरा और वे अपमानित करने लगे.
बीच बचाव के लिए पहुंचे बीडीओ-इंस्पेक्टरः मामले की जानकारी मिलते ही बीडीओ क्रिस्टीना रिचा इंदीवर और इंस्पेक्टर ललित कुमार दलबल के साथ पहुंचे और स्थानीय लोगों की मदद से दोनों पक्षों को शांत कराया. इन कार्यक्रमों में कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष डॉ निज़ामुद्दीन अंसारी, कुणाल कटरियार, नरेश सिंह सहित कई लोग उपस्थित.