हजारीबाग:जिले में बड़े ही तामझाम के साथ रेलवे स्टेशन में अनुश्रवण डिपो बनाने को लेकर शिलान्यास किया गया था, लेकिन आज तक यहां एक भी ईट नहीं रखी गई. 9 मार्च 2019 को हजारीबाग के वर्तमान सांसद ने इसका शिलान्यास किया था. उस दौरान जयंत सिंहा राज्य उड्डयन मंत्री भी थे. उनके साथ हजारीबाग के विधायक मनीष जायसवाल भी उपस्थित थे. उस दौरान इस मेंटेनेंस कोच को लेकर बड़ी-बड़ी बातें भी कहीं गईं, लेकिन सभी वादे खोखला साबित हो रहे हैं. आलम यह रहा कि सांसद ने अपनी रिपोर्ट कार्ड में भी इस शिलान्यास का जिक्र किया, लेकिन यह पूरा नहीं हो पाया.
क्या है डीआरएम का कहना
धनबाद रेल मंडल के डीआरएम का कहना है कि फंड के अभाव के कारण काम शुरू नहीं हो पाया और आने वाले वर्ष 2021 में काम शुरू होने की उम्मीद है. उन्होंने यह भी कहा कि यह कार्य स्वीकृत है, लेकिन कुछ आर्थिक समस्या आ रही है. उन्होंने इस बाबत कोरोना काल का भी हवाला दिया, लेकिन शायद वे वह भूल गए कि कोरोना ने मार्च 2020 में दस्तक दी थी. उसके 1 साल पहले अनुश्रवण कोच की आधारशिला रखी गयी थी. ऐसे में काम क्यों शुरू नहीं हुआ, इस बात का जवाब उनके पास नहीं है.
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कई सुविधाओं से होगा लैस
पीएम नरेंद्र मोदी ने 20 फरवरी 2015 को हजारीबाग के नवनिर्मित रेलवे स्टेशन और रेलवे परिचालन को हड्डी झंडी दिखाकर उद्घाटन किया था. उस वक्त यह परिचालन बड़ी उपलब्धि मानी गई थी. इसके बाद हजारीबाग सांसद ने 9 मार्च 2019 को मेंटेनेस डिपो के निर्माण का शिलान्यास किया था.
उस वक्त ऐसा कहा जा रहा था कि डिपो का निर्माण होने से न सिर्फ लंबी दूरी की नियमित ट्रेन सेवा का लाभ मिलेगा, बल्कि यात्रियों को सुरक्षा, स्वच्छता के साथ-साथ अन्य यात्री सुविधाएं भरपूर ढंग से उपलब्ध हो सकेंगी. इसके तहत इलेक्ट्रिक चार्जिंग, पानी भरने, अंडर द ट्रेन मेंटेनेंस जैसी आवश्यक सुविधा की पूर्ति होगी.
डिपो का निर्माण होने से एसी, नॉन एसी कोच के अलावा वैगन और ट्रैक मशीन के रखरखाव में भी सुविधा मिलेगी. साथ ही साथ डिपो बन जाने से कोच लिफ्टिंग, व्हील चेंजिंग सिस्टम, ऑटोमेटिक वाशिंग सिस्टम, इंटरनल वार्षिक सिस्टम, सर्विस रूम फॉर व्हीकल आदि की सुविधा सुविधा उपलब्ध होगी.
लंबी दूरी की ट्रेन का परिचालन संभव
सबसे महत्वपूर्ण बात यह कही गयी थी कि मेंटेनेंस डिपो का निर्माण होने से लंबी दूरी की ट्रेन का परिचालन संभव हो जाएगा. ट्रेन यहां मेंटेनेंस के लिए आएगी और उसका लाभ यहा के यात्रियों को मिलेगा. यही नहीं यात्रियों को बेहतर से बेहतर सुविधा भी हजारीबाग में मिल सकेगी. वर्तमान में हजारीबाग रेलवे स्टेशन से सिर्फ एक पैसेंजर ट्रेन कोडरमा जाती है. स्टेशन का उपयोग कोयला ढोने में किया जाता है.