हजारीबाग: रूपेश पांडेय के श्राद्धकर्म में शामिल होने बरही आ रहे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राज्यसभा सांसद को चरही के 15 माइल के पास रोक दिया गया. प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि कोई भी व्यक्ति को रूपेश पांडे के घर जाने की इजाजत नहीं है. वहां धारा 144 लागू किया गया है. इसके बावजूद कई राजनेता रुपश पांडे के घर जाने की कोशिश में हैं. इसी क्रम में विगत दिनों कपिल मिश्रा को भी रांची एयरपोर्ट में रोक दिया गया था.
बरही जाने से दीपक प्रकाश को प्रशासन ने रोका, चरही में ही दी गई रूपेश को श्रद्धांजलि
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश को बरही जाने के पहले हजारीबाग जिला प्रशासन के द्वारा चरही थाना क्षेत्र अंतर्गत 15 माइल के पास रोक दिया गया. ऐसे में वहां कड़ी सुरक्षा व्यवस्था का इंतजाम किए गए थे. प्रशासन ने यह स्पष्ट कर दिया कि किसी भी व्यक्ति को बरही जाने की इजाजत नहीं है. क्योंकि वहां धारा 144 लगाया गया है. 3 घंटे तक इंतजार करने के बाद मृतक रूपेश को श्रद्धांजलि देकर भाजपा नेता दीपक प्रकाश वापस रांची लौट गए.
शुक्रवार को दीपक प्रकाश को बरही जाने के पहले ही चरही ही में रोका गया. यह खबर पूरे हजारीबाग में आग की तरह फैल गई. इसके बाद सांसद जयंत सिन्हा, सदर विधायक मनीष जायसवाल, पूर्व विधायक मनोज यादव अपने समर्थकों के साथ 15 माइल पहुंचे है. इसे देखते हुए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम क्षेत्र में किए गए थे. बरही जाने की इजाजत नहीं मिलने के बाद सभी राजनेताओं ने रुपेश पांडे की तस्वीर पर बरही में ही पुष्पांजलि की और वापस लौट गए.
प्रशासन के द्वारा रोकने पर दीपक प्रकाश ने कहा कि राज्य के मंत्री वहां दल बल के साथ पहुंचे और उन्हें प्रशासन ने नहीं रोका. लेकिन विपक्षी पार्टी होने के कारण हम लोगों को रोका जा रहा है. यह कहीं से भी जायज नहीं है. यह सरकार की अकर्मण्यता है. अभी भी इस मामले में कई आरोपी फरार चल रहे हैं. उनकी गिरफ्तारी पुलिस नहीं कर रही है बल्कि हम लोगों को ही जाने से रोका जा रहा है.
बताते चलें कि सरस्वती पूजा के विसर्जन के दिन रूपेश पांडे की संदेहास्पद स्थिति मे मौत हो गई थी. इस मामले को लेकर 7 एफआईआर दर्ज किए गए हैं. 16 लोगों की गिरफ्तारी की गई है और 27 अन्य नामजद है. जिसकी गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई की जा रही है. 100 से अधिक अज्ञात लोगों पर एफआईआर दर्ज किए गए हैं. विपक्षी पूरे मामले को मॉब लिंचिंग से जोड़कर देख रहा है और प्रशासन पर आरोप लगा रहा है कि इस मामले पर करवाई उन्हें की जा रही है.