हजारीबाग: जिला में केरोसिन विस्फोट मामले को लेकर अब प्रशासनिक कार्रवाई तेज हो गई है. उपायुक्त ने जानकारी दिया है कि आपूर्तिकर्ता पर प्राथमिकी भी दर्ज की जाएगी और उसका लाइसेंस भी रद्द किया जाएगा, जिस की कवायद शुरू कर दी गई है.
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केरोसिन मामले में जांच
हजारीबाग जिला के अमनारी और सरौनीकला केरोसिन मामले में घटित दुर्घटना को लेकर जिला प्रशासन ने 10 दिनों के बाद कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी है. डीसी आदित्य कुमार ने बताया है कि दोषियों पर सुसंगत धाराओं के तहत कठोर कार्रवाई की जाएगी, इस संबंध में संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं. उपायुक्त आदित्य कुमार ने बताया कि जन वितरण प्रणाली की तरफ से वितरित किए गए केरोसिन को जांच करने की कार्रवाई की जा रही है. जिला से अबतक संदिग्ध 634 लीटर केरोसिन तेल जमा कर आईओसीएल को नष्ट करने के लिए भेजा जा चुका है. अलग-अलग जगहों से अब तक 34 सैंपल एकत्रित कर जांच के लिए भेजा गया है, जिसमें 12 नमूना सुरक्षित उपयोग के लायक नहीं पाया गया है.
कंपनी पर कार्रवाई
इसी क्रम में केरोसिन के आपूर्तिकर्ता मेसर्स आर्मी ट्रेडिंग कंपनी को केरोसिन आपूर्ति की तरफ से घोर अनियमितता के लिए आवश्यक वस्तु अधिनियम एवं आईपीसी की सुसंगत धाराओं के तहत कंपनी और उसके प्रोपराईटर के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज कर उस कंपनी का लाइसेंस रद्द करने की प्रक्रिया की जा रही है. वहीं उपायुक्त ने बताया है कि इस दुर्घटना से प्रभावित हुए लोगों को वित्तीय सहायता, मुआवजा राशि देने की प्रक्रिया की जा रही है, प्रभावितों का जल्द मुंआवजा मिले यह सुनिश्चित किया जाएगा.