हजारीबाग: कोरोना महामारी ने न जाने कितने लोगों का घर बर्बाद कर दिया. हजारीबाग में भी कोरोना ने एक ही परिवार पर ऐसा सितम ढाया है, कि 14 दिनों के अंदर 6 लोगों की जीवन लीला खत्म कर दी. घटना के बाद से पूरा परिवार बिखर गया है. परिवार में न कोई रोने वाला है और ना ही परिवार को समेटने वाला है.
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हजारीबाग के दारू प्रखंड के पेटो गांव में कोरोना संक्रमण के कारण एक ही परिवार के छह लोगों की मौत हो गई है. 14 दिनों के अंदर पति, पत्नी और उनके पिता समेत तीन लोगों की जान चली गई. घटना के बाद परिवार पर दुख का पहाड़ टूट गया है. वहीं पूरे गांव में मातम पसरा है. 19 मई की रात्रि पेटो निवासी नंद किशोर कुशवाहा( 52) की मौत कोरोना से हो गई. इससे पहले उनकी पत्नी मंजू देवी (आंगनबाड़ी सेविका) की मौत 6 मई को और उनके पिता हरदू महतो की मौत 13 मई को हो गई थी. नंद किशोर कुशवाहा के पिता का क्रिया कर्म समाप्त भी नहीं हुआ था कि उनके बेटे की भी मौत हो गई. नंद किशोर कुशवाहा बड़वार स्कूल के प्रधानाध्यापक थे. उनके एक और बेटी का इलाज चल रहा है.
एक-एक कर हुई सभी की मौत
ग्रामीणों ने बताया कि नंद किशोर कुशवाहा के साढू और उनके भाई की मौत हो गई थी, उनके क्रिया कर्म में उनकी सास सिलवार निवासी शामिल हुई थी, इस दौरान वो संक्रमित हो गई. नंद किशोर कुशवाहा की पत्नी अपनी मां की देखभाल करने मायके चली गई, लेकिन उनकी मां की मौत हो गई. इस बीच मंजू देवी और नंद किशोर कुशवाहा भी संक्रमित हो गए. दोनों को इलाज के लिए बोकारो ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान मंजू देवी की मौत हो गई. इस घटना से परिवार की खुशियां छीन गई है.