हजारीबाग: हजारीबाग की रामनवमी यानी श्रीराम जन्मोत्सव पूरे देश में प्रसिद्ध है. इसको लेकर एक माह पहले यानी होली के बाद पहले मंगलवार से ही मंगला जुलूस निकाला जाने लगता है. हालांकि सरकार ने कोरोना के मद्देनजर जुलूस निकालने पर रोक लगा रखी है, जिससे मंगला जुलूस भी नहीं निकल पाएगा. इसके बावजूद हजारीबाग में रामभक्त जुलूस निकालने के लिए अड़े रहे. इसके मद्देनजर प्रशासन को कई बार इन लोगों से जूझना पड़ा. आलम यह रहा कि पुलिस को इन्हें खदेड़ना भी पड़ा. इस बीच पुलिस पर असामाजिक तत्वों ने पथराव भी किया.
पुलिस ने सख्ती कर खदेड़ा
हजारीबाग की रामनवमी यानी चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी को श्रीराम जन्मोत्सव देश भर में विख्यात है. हजारीबाग में भी एक माह पहले से रामनवमी की तैयारी शुरू हो जाती है. होली के बाद पहले मंगलवार से रामनवमी तक हर मंगलवार को जुलूस निकाला जाता है. फिलहाल कोरोना के मद्देनजर सरकार का आदेश है कि किसी भी तरह का जुलूस नहीं निकाला जाए. इस बाबत जिला प्रशासन ने आज आदेश भी निर्गत किया था. इसके बावजूद शाम से ही विभिन्न अखाड़े मंगला जुलूस निकालने को लेकर अड़े रहे. ऐसे में प्रशासन को सख्ती करनी पड़ी. कई बार पुलिस और राम भक्तों के बीच तीखी नोकझोंक हुई. लेकिन पुलिस ने सख्ती करते हुए इन लोगों को खदेड़ दिया. इस बीच असामाजिक तत्वों ने पुलिस पर पथराव कर दिया. इस पर पुलिस ने सख्त रुख अख्तियार कर लिया. वहीं हजारीबाग सिसिआर डीएसपी जुलूस नहीं निकालने को लेकर लोगों को समझाती रहीं. उनकी गाड़ी भी भीड़ में फस गई, लेकिन किसी तरह वो निकलने में कामयाब रहीं. वहीं घटना को देखते हुए अतिरिक्त सुरक्षा बल हजारीबाग के विभिन्न चौक चौराहों पर तैनात किया गया. खुद एसडीओ घटना की मॉनिटरिंग कर रहे थे और लोगों को समझाते भी नजर आए. दो डीएसपी, 3 थाना प्रभारी, 4 इंस्पेक्टर घटनास्थल पर मौजूद रहे.