गुमलाः जिला में सिसई थाना क्षेत्र के महुआ डिपा गांव के प्रदीप साहू अपहरण मामले को पुलिस ने सुलझा लिया है. अपहृत प्रदीप साहू ने खुद अपने अपहरण की कहानी रच डाली. इस बात का खुलासा पुलिसिया जांच में हुई है.
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अपहृत प्रदीप साहू ने खुद पीएलएफआई का एरिया कमांडर मुनीश जी बनकर अपने पिता मेघनाथ साहू से 3 लाख की लेवी को लेकर कॉल किया था. ये जानकारी एसडीपीओ मनीष चंद्र लाल ने प्रेसवार्ता में दी. उन्होंने बताया कि मेघनाथ साहू को अपहृत बेटे प्रदीप साहू ने मैजिक एप से आवाज बदल कर कॉल किया था और लेवी की मांगी थी. यह पूरी कहानी मोबाइल दुकान खोलने के लिए अपहृत प्रदीप साहू ने रची थी.
नगड़ी के बारीडीह से हुई अपहृत प्रदीप की रिकवरी
एसडीपीओ ने बताया कि प्रदीप साहू को रांची के नगड़ी थाना क्षेत्र के बारीडीह से सकुशल बरामद किया गया. इससे पूर्व अपहरण से संबंधित जानकारी जिस नंबर से उनके पिता को दी गयी थी, उस फोन नंबर को ट्रेस करने पर नगड़ी थाना क्षेत्र के बारीडीह गांव में मिला. जिसके बाद गुमला एसपी के निर्देश पर गठित टीम ने छापेमारी कर प्रदीप साहू को पकड़ा गया. वहीं प्रदीप साहू की वैगन आर कार को भी बरामद किया गया. छापेमारी टीम में हेमराज कुमार, प्रदीप कुमार, कृष्ण कुमार तिवारी एवं नगड़ी थाना के पदाधिकारी शामिल रहे.
पीएलएफआई के एरिया कमांडर के नाम पर मांगी लेवी
एसडीपीओ के अनुसार बीते रविवार को थाना में मेघनाथ साहू ने आवेदन दिया था. जिसमें बताया गया था कि उनका बेटा प्रदीप साहू का अपहरण कर लिया है. मेघनाथ साहू के फोन नंबर पर 9508098172 नंबर से कॉल आया था. फोन करने वाले ने खुद को पीएलएफआई उग्रवादी संगठन का एरिया कमांडर मुनीश जी बताया था. इसके अलावा बोला था कि तीन लाख रुपया फिरौती दे दो, तभी तुम्हारे पुत्र को छोडूंगा.
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मोबाइल दुकान खोलने के लिए रचा था अपहरण की कहानी
पुलिस पूछताछ में पता चला कि प्रदीप साहू ने मोबाइल दुकान खोलने के लिए अपहरण की झूठी कहानी रची थी. पूछताछ में अपहृत प्रदीप ने कहा कि मैं खुद अपहरण हुआ था, मैं अपने पिता मेघनाथ साहू से नए सिम खरीद कर उसके फोन नंबर में लगाकर तीन लाख की फिरौती की मांग किया था.