गुमला:एक ओर झारखंड के कई जिलों में कोरोना तबाही मचा रहा है, बड़े पैमाने पर जनहानि हो रही है तो दूसरी ओर कुछ जगह ऐसी भी हैं जहां कोरोना दस्तक तक नहीं दे पाया है. ऐसा संभव हुआ है, गांव वालों के अनुशासन, समझदारी, जिम्मेदारी और सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन के कड़ाई से पालन के कारण. गुमला जिले का दिरगांव पंचायत का तुसगांव इसी की मिसाल है. मौजूदा वक्त तक यहां एक भी ग्रामीण को कोरोना महामारी ने अपनी चपेट में नहीं लिया है. ग्रामीण इसके लिए गांव के कुछ नियम और जंगल की जड़ीबूटी और जंगली फल को वजह बताते हैं.
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खेती भी दोपहर तक
गांव वालों ने कोरोना संक्रमण को लेकर नियम बना रखे हैं. जिसके मुताबिक, दोपहर तक ही खेती करेंगे. साथ ही पशुओं को भी दोपहर तक ही चराना है. इसके बाद सभी ग्रामीण घर पर रहते हैं. अगर किसी मुद्दे को लेकर ग्रामीण आपस में एक जगह जुटते भी हैं, तो सोशल डिस्टेंस का पालन जरूर करते हैं. वहीं, गांव वालों को सख्त हिदायत दी गई है कि वो सिर्फ गर्म पानी ही हर समय पीएं.