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Union Agriculture Minister In Gumla: किसान मेले में शामिल हुए केंद्रीय कृषि मंत्री, बोले- मोटे अनाज की खेती के लिए किसानों को करें जागरूक

गुमला में किसान मेला का आयोजन किया गया. जिसमें केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने मौजूद किसानों को मोटे अनाज की खेती करने के लिए जागरूक किया.

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Kisaan Mela Organized In Gumla

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Published : Mar 3, 2023, 9:19 PM IST

गुमला:अंतरराष्ट्रीय पौष्टिक अनाज वर्ष 2023 अंतर्गत जिला स्तरीय किसान मेला का हुआ आयोजन गुमला में हुआ. जिसमें बतौर मुख्य अतिथि केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने शिरकत की. इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने कहा कि झारखंड की पहचान खनिज और स्टील स्टेट के रूप में है, लेकिन अब आने वाले वर्षों में यह राज्य मिलेट स्टेट के रूप में देश ही नहीं, दुनिया में भी जाना जाएगा.

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देश में कृषि को दिया जा रहा बढ़ावाः गुमला में प्राकृतिक खेती के द्वारा टिकाऊ कृषि एवं आय विषय पर विकास भारती विशुनपुर स्थित कृषि विज्ञान केंद्र में किसान मेला का आयोजन किया गया था. इस अवसर पर भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि हमारा देश कृषि प्रधान देश है. इसलिए हमारी कोशिश है कि देश में कृषि को बढ़ावा दिया जाए.

झारखंड में मोटे अनाज के पैदावार की असीम संभावनाएंः इस मौके पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले आठ वर्षों से देश के किसानों की आय बढ़ाने के लिए अनेक योजनाएं शुरू की हैं. प्रधानमंत्री के आग्रह पर ही 2023 को दुनिया मिलेट वर्ष के रूप में मना रही है. चूंकि झारखंड कि अधिकांश जमीन एक फसली है और वर्षा पर आधारित है. इसलिए यहां मोटे अनाज पैदावार की अधिक संभावना है. इसलिए यहां मोटे अनाज की खेती के लिए अधिक से अधिक किसानों को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है. साथ ही आजीविका का साधन नहीं है, बल्कि यह एक राष्ट्रीय कार्य भी है. इसलिए जिनके पास खेत है वे शिद्दत से कृषि का काम करें.

केंद्रीय मंत्री ने उपायुक्त के कार्यों की सराहना कीः गुमला जिले की जलवायु को देखते हुए उपायुक्त सुशांत गौरव के द्वारा कृषि के क्षेत्र में किए जाने वाले कार्यों को देखते हुए मंत्री ने उपायुक्त की सराहना की. मंत्री ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा मिलट उत्पाद को लेकर बेहतरीन कार्य किए जा रहे हैं. वृहद पैमाने में रागी का उत्पादन जिले का एक बेहतरीन उदाहरण है.
प्रशासन खेती के लिए किसानों को कर रहा जागरूकःइस दौरान उपायुक्त सुशांत गौरव ने कहा कि हमारी कोशिश है कि सुदूर क्षेत्र के किसान अपनी पुरानी खेती की परंपरा को पुनः मजबूत करें. जिले में प्राकृतिक खेती की तकनीक का उपयोग करते हुए किसानों को दो बार खेती करने के लिए प्रेरित करने के साथ-साथ मुफ्त में बीज भी उपलब्ध कराया जा रहा है.उन्होंने कहा कि केवीके के माध्यम से जिले के किसानों को खेती के नए प्रकार के तकनीक से भी अवगत करवाते हुए उनकी सहायता की जा रही है. जिला प्रशासन किसानों के बेहतरी के लिए हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए कटिबद्ध है.
तकनीक आधारित खेती के लिए किसानों को किया जागरूकः इस कार्यक्रम को सांसद सुदर्शन भगत, राज्यसभा सांसद समीर उरांव और उपायुक्त सुशांत गौरव के अलावा भारतीय अनुसंधान परिषद के वैज्ञानिक और कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति ने भी संबोधित किया. इस दौरान किसानों को तकनीक आधारित खेती करने के लिए जागरूक किया.
मोटे अनाज पर आधारित पत्रिका का विमोचनः इस मौके पर केंद्रीय मंत्री ने कृषि विज्ञान केंद्र गुमला के द्वारा मोटे अनाज पर प्रकाशित पत्रिका का भी विमोचन किया और प्रगतिशील किसानों को प्रशस्ति पत्र और प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित भी किया.
कृषि मेला में 102 स्टॉल लगाए गए थेः जिला स्तरीय कृषि मेला में कुल 102 प्रकार के उत्पादों का विभिन्न विभागों और किसानों द्वारा स्टॉल लगाये गए थे. इस क्रम में जिला कृषि विभाग, सहकारिता विभाग, मत्स्य विभाग, जेएसएलपीएस, भूमि संरक्षण, हॉर्टिकल्चर सहित कई विभागों ने स्टॉल लगाए थे. इस दौरान मंत्री ने सभी स्टॉल का निरीक्षण करते हुए जिले में चल रहे कार्यों का जायजा लिया.
कृषि मेला में ये थे मौजूदः मौके पर भारतीय जनता पार्टी के क्षेत्रीय संगठन मंत्री नरेंद्र नाथ त्रिपाठी , कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति ओंकार नाथ सिंह, सरसों अनुसंधान केंद्र भरतपुर के निदेशक डॉक्टर प्रमोद कुमार, जिला स्तरीय वरीय पदाधिकारी सहित अनेक गणमान्य और विकास भारती के कार्यकर्ता सहित बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे.

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