झारखंड

jharkhand

ETV Bharat / state

गुमला की खुशी ने जिले का नाम किया रोशन, 27वीं राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस में रहीं अव्वल - केंद्रीय विद्यालय भोपाल

केंद्रीय विद्यालय गुमला की एक होनहार छात्रा ने भोपाल में आयोजित 27वीं राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस 2019 में पहला स्थान प्राप्त किया है. दरअसल, छात्रा ने इस प्रतियोगिता में नीम और हल्दी से एक तरह का पेपर और बॉल बनाया जिससे रसोई घर में कॉकरोच, चीटियां और अनाज में लगने वाले कीड़ों की समस्या दूर हो जाती है.

Kendriya Vidyalaya Gumla student wins 27th National Children's Science Congress 2019
केंद्रीय विद्यालय गुमला की छात्रा ने जीता 27वीं राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस 2019

By

Published : Dec 3, 2019, 8:00 AM IST

गुमला: जिला की एक होनहार बेटी ने केंद्रीय विद्यालय भोपाल में आयोजित 27वीं राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस 2019 में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है. केंद्रीय विद्यालय में 7वीं कक्षा की छात्रा खुशी कुमारी ने नीम और हल्दी से एक तरह का पेपर और बॉल बनाया और उसे भोपाल में प्रदर्शित किया था. खुशी कुमारी ने जिस पेपर और बॉल को बनाया है उसको प्रयोग करने से रसोई घर में कॉकरोच, चीटियां और अनाज में लगने वाले कीड़ों की समस्या दूर हो जाती है.

देखें पूरी खबर


खुशी के इस मॉडल को भोपाल में आयोजित विज्ञान कांग्रेस में 450 छात्रों के बीच पहला स्थान मिला है, जिसके कारण विद्यालय के साथ ही पूरे गुमला जिले को खुशी पर नाज है. वहीं, केंद्रीय विद्यालय की प्रिंसिपल ने बताया कि हर साल केंद्रीय विद्यालय का राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस प्रतियोगिता होती है. इसमें विद्यालय की खुशी कुमारी जो पहले विद्यालय स्तर पर चयनित हुई. उसके बाद रीजनल के लिए गई, जहां उसका चयन हुआ. इसमें दो बच्चे चयनित होने के बाद राष्ट्रीय स्तर पर गए. जहां खुशी ने अपना पहला स्थान बनाया. अब आगे वह तिरुवनंतपुरम के लिए चयनित हुई है.

ये भी पढ़ें-विजया रहाटकर ने किया रांची दौरा, कहा- महिलाओं को सम्मान देने के लिए बीजेपी प्रतिबद्ध


वहीं, सातवीं कक्षा की छात्रा खुशी कुमारी ने बताया कि हमने अपने घरों में देखा है कि बहुत सारे कीड़े हमारी किचन में आ जाते हैं और खाने को बर्बाद कर देते हैं. उससे छुटकारा पाने के लिए मैंने कुछ प्रोडक्ट्स बनाएं. आपने देखा होगा कि लोग घरों में लक्ष्मण रेखा का उपयोग करते हैं, लेकिन वह जहरीला होता है. तो उससे बचने के लिए हर्बल तरीके का उपयोग करने का मैंने सोचा और यह तरीका इजाद किया. खुशी का कहना है कि आगे उसका लक्ष्य डॉक्टर बनना है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details