गुमला: जिले में नक्सलियों के दो गुटों में वर्चस्व की लड़ाई में जेजेएमपी का शीर्ष कमांडर शुकर उरांव की गोली मारकर हत्या कर दी गई है. आपसी रंजिश और वर्चस्व की लड़ाई में हत्या के बाद पूरे गांव में दहशत है. घटना की सूचना मिलने के बाद शव को कब्जे में लेकर पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है.
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लावादाग में नक्सली कमांडर की हत्या
जानकारी के मुताबिक जिले के घाघरा थाना से करीब 15 किलोमीटर दूर लावादाग की सखुआ टोली में नक्सली संगठन जेजेएमपी के शीर्ष कमांडर शुकर उरांव की हत्या हुई है. हत्या किसने की और कब की इसकी जानकारी हासिल करने में पुलिस लगी हुई है. पुलिस के मुताबिक आज सुबह (31 अक्टूबर) उन्हें स्थानीय लोगों से पेड़ के नीचे एक शव मिलने की सूचना मिली थी. जिसे नजदीक से देखने पर सर में गोली मारकर हत्या की बात सामने आई है. जांच के क्रम में मृतक की पहचान शुकर उरांव के रूप में की गई.
आतंक का पर्याय था शुकर उरांव
जेजेएमी के शीर्ष कमांडर के मारे जाने के बाद पूरे गांव में दहशत है. बता दें कि शुकर उरांव को गुमला के अलावा घाघरा, बिशुनपुर, लोहरदगा के सेन्हा सहित कई थाना क्षेत्रों में आतंक का पर्याय माना जाता था. नक्सली के मारे जाने के बाद लोग जहां राहत की सांस ले रहे हैं वहीं बदले की आशंका से भयभीत भी हैं.