गुमला:रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच अब भी बड़ी संख्या में भारतीय यूक्रेन में फंसे हुए हैं. छात्र-छात्राओं को खाने पीने के सामानों के किल्लत का भी सामना करना पड़ रहा है. हाल यह है कि एक तो बमबारी के बीच उनकी जान सांसत में है, दूसरे पीने के पानी के लिए बर्फ पिघलाने के लिए विवश हैं. सूमी फंसे गुमला के छात्र ने सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर कर मदद की गुहार लगाई है. अपने वीडियो क्लिप में उसने बताया कि उसके आसपास 500 भारतीय यूक्रेन में फंसे हैं.
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शेयर करें क्लिप ताकि मिले मददःगुमला जिले के चैनपुर क्षेत्र इलाके के छतरपुर गांव निवासी विजय तिर्की का पुत्र अनुराग प्रिंस तुर्की यूक्रेन में फंसा हुआ है. अनुराग ने वीडियो क्लिप भेज कर अपने परिजनों से वहां के हालात को बयान किया है. उसने वीडियो क्लिप में बताया है कि वह और लगभग 500 स्टूडेंट यूक्रेन के सूमी में फंसे हुए हैं और रूस द्वारा लगातार बमबारी की जा रही है. उनको खाने और पीने की समस्या का सामना करना पड़ रहा है. वे बर्फ को पिघला कर पानी पीने को विवश हैं. उसने वीडियो क्लिप परिजनों को भेजते हुए सोशल मीडिया के माध्यम से सरकार तक पहुंचाने की गुहार लगाई है.
गुमला के छात्र अनुराग की गुहार छात्र के लिए झारखंड में प्रार्थनाःआपको बताते चलें कि यूक्रेन में फंसे अनुराग प्रिंस के पिता विजय तिर्की चैनपुर क्षेत्र के छतरपुर गांव निवासी हैं. कुछ वर्षों पहले वे रोजगार की तलाश में दिल्ली चले गए थे जहां एक हॉस्पिटल में क्लर्क के पद पर कार्यरत थे. बाद में अपने पुत्र अनुराग को मेडिकल की पढ़ाई के लिए नवंबर 2021 में यूक्रेन भेज दिया था. इधर रूस ने यूक्रेन पर हमला कर दिया. इससे अनुराग यूक्रेन के युद्ध क्षेत्र में फंस गया. इसकी जानकारी पर गांव छतरपुर में अनुराग के चाचा-चाची भी चिंतित हैं. उन्होंने झारखंड सरकार से अनुराग को वापस लाने की गुहार लगाई है. उन्होंने मांग की राज्य सरकार भी केंद्र सरकार से समन्वय कर दबाव बनाए.साथ ही वे ईश्वर से अनुराग सहित सभी भारतीयों को सकुशल रखने की प्रार्थना कर रहे हैं.