गुमला: जिले के कुलाबीरा डाढ़टोली निवासी एक युवक के मौत संदिग्ध परिस्थितियों में मुंबई में हो गई है. युवक सनी खड़िया मुंबई में मजदूरी करता था. उसका शव मुंबई में उसके किराए के कमरे से बरामद किया गया है. वहीं इस बात की जानकारी मिलने के बाद परिजनों पर दुखों का पहाड़ टूट गया है.
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मृतक के पिता ने शव मंगवाने की लगाई गुहारःमामले में मृतक सनी खड़िया के पिता मिटकु खड़िया ने सोमवार को मधु संगठन के कार्यालय पहुंचकर अपने मृतक पुत्र सनी खड़िया का शव गांव लाने की गुहार लगाई है. पिता मीटकु खड़िया ने बताया कि लगभग एक वर्ष पूर्व उसका पुत्र सनी दलालों के चंगुल में पड़ कर रोजगार की तलाश में मुंबई गया था. जहां पर एक कंस्ट्रक्शन कंपनी में काम करता था.शुक्रवार की रात में मुंबई में उसके कमरे से उसका शव बरामद किया गया था
परिजनों ने पुत्र की मौत मामले में जांच की मांग कीः सनी का शव मिलने के बाद कंपनी के लोगों ने सनी के पिता को मामले की सूचना दी. कंपनी के लोगों के अनुसार सनी ने खुदकुशी की है. वहीं परिजनों का कहना है कि खुदकुशी करने की कोई वजह नहीं है. मौके से सुसाइड नोट भी बरामद नहीं हुआ है. परिजनों ने पुलिस से मामले की जांच की मांग की है.
कंपनी पर लगाया अनदेखी करने का आरोपः परिजनों का कहना है कि कंपनी की ओर से सनी का शव गुमला स्थित पैतृक गांव भेजने के लिए कोई पहल नहीं की जा रही है. परिजनों ने मामले में सोमवार को मजदूर संगठन के लोगों और जिला प्रशासन से शव मुंबई से मंगवाने की गुहार लगाई है.
झारखंड में मजदूरों का पलायन बड़ी समस्याः गौरतलब हो कि झारखंड के विभिन्न जिलों से प्रत्येक वर्ष भारी संख्या में मजदूर रोजगार के लिए पलायन कर रहे हैं. जहां कई बार दूसरे राज्यों में झारखंड के मजदूरों के साथ शोषण और अत्याचार की बात सामने आती है. वहीं कम उम्र के नौजवानों को बहला-फुसलाकर ले जाने वाले दलाल भी सूबे के विभिन्न राज्यों में सक्रिय हैं. ये दलाल मजदूरों को बड़े शहरों में ले जाकर ईंट भट्ठों और कंपनियों में काम पर लगाते हैं. इसके बदले में कंपनियों से कमीशन के तौर पर मोटी राशि ऐंठते हैं. कई बार मजदूरों से काम कराने के बाद भी पैसा नहीं दिया जाता है.