झारखंड

jharkhand

ETV Bharat / state

लोहरदगा में IED ब्लास्ट में गुमला का जवान शहीद, गांव में शोक की लहर

लोहरदगा जिले में नक्सलियों की तरफ से लगाए गए आईडी ब्लास्ट में शहीद हुए स्मॉल एक्शन टीम के जवान दुलेश्वर प्रसाद शहीद हो गए. वे गुमला जिले के जारी प्रखंड अंतर्गत कटिम्बा गांव के निवासी थे. इस खबर के बाद गांव में सन्नाटा छाया है.

शहीद
शहीद

By

Published : Feb 16, 2021, 8:27 PM IST

Updated : Feb 16, 2021, 11:02 PM IST

गुमलाः लोहरदगा जिले में नक्सलियों की तरफ से लगाए गए आईडी ब्लास्ट में गुमला जिले के जारी प्रखंड का एक जवान शहीद हो गया. परमवीर चक्र विजेता अलबर्ट एक्का के बाद यह दूसरी शहादत है. उसकी शहादत पर गांव के लोगों को नाज है. उसके दोस्तों का कहना था कि वह कभी ना हार मानने वाला इंसान था.

देखें पूरी खबर.

यह भी पढ़ेंःलोहरदगा में IED ब्लास्ट में शहीद जवान को राजधानी में दी गई श्रद्धांजलि, CM और DGP रहें मौजूद

उक्त बातें माओवादियों के सेरेंगदाग में आईईडी ब्लास्ट में शहीद हुए जवान के दोस्त रविन्द्र सिंह ने कही. मंगलवार को लोहरदग्गा जिले के सुदूरवर्ती सेरेंगदाग थाना क्षेत्र के दुंदरु जंगल के समीप माओवादियों द्वारा आईईडी ब्लास्ट में गुमला जिले के जारी प्रखंड अंतर्गत कटिम्बा गांव के जिला पुलिस बल का जवान 28 वर्षीय दुलेश्वर प्रसाद शहीद हो गया.

शहीद जवान के दोस्त रविंन्द्र ने बताया कि मेरा दोस्त बुलंद हौसले का इंसान था. शहीद की भाभी चिंता मणि देवी ने बताया कि मेरे देवर को शुरु से ही पुलिस की नौकरी करना चाहते थे. दुलेश्वर की मिडिल की पढ़ाई संत मारिया उच्च विद्यालय बारडीह से और एसएस हाई स्कूल गुमला से मैट्रिक की पढ़ाई की थी.

2012 में भर्ती हुआ था

दुलेश्वर 2012 में भर्ती हुआ था. शहीद की पत्नी रेखा देवी और 2 लड़के 1 लड़की लक्षण नगर में रहते हैं. दुलेश्वर 2 भाई व 4 बहन में से सबसे छोटा था. वहीं दुलेश्वर की मां का 1 वर्ष पूर्व ही देहांत हो गया है, जबकि दुलेश्वर के पिता व भाई खेती-बाड़ी करते हैं. वही घटना की जानकारी मिलने पर कटिम्बा गांव में शोक की लहर है.

पूरा गांव शोक में डूबा हुआ है. ग्रामीणों ने बताया कि स्थानीय थाने द्वारा घटना की जानकारी दी. वहीं उनके भाई व पिताजी को अपने साथ ले गयी है.

जारी-प्रखंड के कटिम्बा गांव से कई नवयुवक सेना में है और अपने देश की रक्षा के लिए तत्पर रहते हैं. उनमें से एक दुलेश्वर प्रसाद भी थे. जब भी घर आता था गांव के लोगों से जरूर मिलता था और छुट्टी खत्म होने पर जब ड्यूटी के लिए निकलता कई साथी उनको छोड़ने के लिए रास्ते तक जाते थे.

गांव में सन्नाटा छाया

घटना की जानकारी मिलते ही गांव के लोग सन्न रह गए हैं कई लोगों को विश्वास ही नहीं हुआ यह दुलेश्वर अब हम लोगों के बीच नहीं है. घटना की जानकारी मिलते ही कई लोग घटना सही है या नहीं है स्पष्ट होने के लिए फोन पर जानकारी लेते रहे.

अंततः घटना सही पाने पर पूरा गांव में सन्नाटा छाया हुआ है हर किसी के आंखों में आंसू दिखाई दे रहे हैं. एक दूसरे को लोग सांत्वना दे रहे हैं. कई लोग दुलेश्वर की फेसबुक पर से उनका फोटो निकालकर निहारते दिख रहे थे.

Last Updated : Feb 16, 2021, 11:02 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details