गुमला: चैनपुर थाना क्षेत्र के जमगई में हुए दो पक्षों के बीच मारपीट मामले में पुलिस ने सात लोगों को गिरफ्तार किया है. जमगई के डहु डडगांव के पास पशु तस्करी के पैसे बंटवारा और मनरेगा की ठेकेदारी के वर्चस्व को लेकर दो पक्षों की लड़ाई में 5 लोग घायल हुए थे. इसी मामले में पुलिस ने कार्रवाई की है.
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अजमल खान उर्फ मंटू पिता मो.रज्जाक खान और सकील खान पिता अजबुल खान के बीच पहले से ही वर्चस्व की लड़ाई चल रही थी. यही वर्चस्व की लड़ाई हिंसक झड़प में बदल गई. दोनों पक्षों के 20 से ज्यादा लोगों के बीच जमकर लाठी-डंडे और तलवारें चलीं. कुछ लोगों ने यह भी बताया कि इस झड़प के दौरान पिस्टल भी लहराया जा रहा था. इस घटना में 5 से अधिक लोग घायल हो गए. जिसमें कलिंदर खान और नादिमुल्ला खान की गंभीर स्थिति को देखकर गुमला रेफर किया गया, जहां से दोनों घायलों को रांची रेफर कर दिया गया. दोनों की स्थिति काफी गंभीर बताई जा रही है.
दो मनरेगा वेंडर के बीच की लड़ाई: यह मामला दो मनरेगा वेंडर अजमल खान और शकील खान के बीच का है. इन दोनों का गुट अपने-अपने इलाके में वर्चस्व कायम करना चाह रहे थे. इस मामले को लेकर पुलिस अभी तक 7 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. वहीं घटना में संलिप्त अन्य लोगों की तलाश की जा रही है. इधर खूनी संघर्ष होने के बाद चैनपुर स्वास्थ्य केंद्र में भी दोनों पक्षों में काफी देर तक तू-तू मैं-मैं होता रहा. पुलिस ने सूझबूझ के साथ एक पक्ष के घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज कराया, वहीं दूसरे पक्ष के घायलों को चैनपुर बस स्टैंड स्थित लाइफलाइन हॉस्पिटल में उपचार कराया गया.
सात लोग गिरफ्तार: वहीं पुलिस देर रात से ही आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही थी. जिसके बाद पुलिस ने फरीदिल खान, शकील खान, सद्दाम खान, फरफीन खान, शरीफ खान, इश्तियाक खान और सज्जाद खान को गिरफ्तार कर लिया. इनके पास से चार मोटरसाइकिल, चार तलवार, एक खुखरी, एक चाकू और दो डंडा भी बरामद किया गया है. घटना के संबंध में सर्किल इंस्पेक्टर बैजू उरांव ने कहा कि दो आरोपी फरार हैं, उन्हें जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि इस हिंसक झड़प का मूल कारण मनरेगा योजना के क्रियान्वयन में वर्चस्व को लेकर लड़ाई है.