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महावीर चौक पर बह रहा गंदा पानी गुमला की उपलब्धि पर लगा रहा दाग, स्वच्छ सर्वे में पूर्वी भारत में पाया है सातवां स्थान - गुमला नगर परिषद को झारखंड में पहला स्थान

गुमला के महावीर चौक पर बह रहा गंदा पानी नगर परिषद की उपलब्धि पर दाग लगा रहा है. बीते दिन गुमला नगर परिषद ने स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 में पचास हजार से एक लाख जनसंख्या वाले निकायों में पूर्वी भारत जोन में सातवां स्थान हासिल किया है पर यहां बह रहे गंदे पानी से लोग रिपोर्ट पर सवाल उठा रहे हैं.

स्वच्छ सर्वेक्षण में गुमला नगर परिषद को पूर्वी भारत जोन में मिला सातवां स्थान
Gumla Municipal Council got seventh place in East India Zone in Clean Survey

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Published : Aug 21, 2020, 8:28 PM IST

गुमला: आवास एवं शहरी मंत्रालय भारत सरकार की ओर से कराए गए स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 में झारखंड ने अपना परचम लहराया है. पचास हजार से एक लाख जनसंख्या वाले नगर निकायों में गुमला नगर परिषद ने पूर्वी भारत जोन में सातवां रैंक हासिल किया है, जबकि पूरे झारखंड में वह पहले स्थान पर है. इधर महावीर चौक पर अरसे से सड़क पर बह रहा गंदा पानी नगर की उपलब्धि पर दाग लगा रहा है और प्रशासन को आईना दिखा रहा है.

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सड़क पर पानी बहने से उखड़ रही सड़क

नगर परिषद की इस उपलब्धि से पदाधिकारी और जनप्रतिनिधि काफी खुश नजर आ रहे हैं, लेकिन वर्तमान समय में गुमला शहर में कई स्थानों पर गंदगी के अंबार लगे हुए हैं. शहर के बीचों-बीच महावीर चौक पर गंदा पानी बीच सड़क पर बह रहा है, जिसके कारण इस जगह से पैदल चलने वाले राहगीरों पर गंदे पानी के छींटे भी पड़ते रहते जाते हैं. इस स्थान पर लगातार पानी बहने के कारण दो महीने पहले बनी सड़क भी टूटने लगी है.

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एक लाख की आबादी वाले निकायों की सूची में प्रदेश में पहला स्थान

नगर परिषद आवास एवं शहरी मंत्रालय भारत सरकार ने पिछले दिनों आईपीएसओएस एजेंसी से 3 चरणों में स्वच्छ सर्वेक्षण कराया था. इस एजेंसी ने पहले चरण में अक्टूबर 2019 से दिसंबर 2019 तक सर्वेक्षण का काम किया, जिसमें ऑनलाइन कार्य और डॉक्यूमेंट संबंधी कार्यों को संपादित किया गया. द्वितीय चरण जनवरी 2020 में संपन्न हुआ था, जिसमें फील्ड वेरीफिकेशन और डायरेक्ट ऑब्जर्वेशन का कार्य किया गया, जबकि तीसरे चरण में सिटीजन फीडबैक लिया गया. इसके लिए एजेंसी ने सीधे नागरिकों को फोन किया था. इन तीनों चरणों को मिलाकर संयुक्त रूप से मार्किंग की गई, जिसमें 50 हजार से एक लाख जनसंख्या वाले निकायों में गुमला नगर परिषद पूर्वी भारत जोन में सातवें स्थान पर रहा.

सड़क पर बह रहा गंदा पानी

स्थानीय लोगों का कहना है कि गुमला नगर परिषद क्षेत्र में वर्तमान स्थिति सही नहीं है. शहर के विभिन्न वार्डों में जगह-जगह पर गंदगी का अंबार लगा हुआ है, जबकि शहर के मुख्य स्थान महावीर चौक पर कई महीनों से लगातार नाली का गंदा पानी बीच सड़क पर बह रहा है. इस वजह से आसपास के दुकानदारों को काफी परेशानी होती है. दुकानदारों का कहना है कि गंदे पानी के बहाव के कारण लोग उनके प्रतिष्ठान की ओर आना नहीं चाहते हैं. नगर परिषद के सफाईकर्मी आते हैं और बांस के सहारे नाली को सफाई करने का प्रयास करते हैं, लेकिन समुचित सफाई नहीं हो पाती है.

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कार्यपालक पदाधिकारी बोले-एनएचएआई की जिम्मेदारी

मामले में नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी हातिम ताई ने कहा कि नगर परिषद को यह उपलब्धि मिलने से सभी लोगों में काफी खुशी है. यह उपलब्धि सभी के सहयोग से ही मिल पाई है. उन्होंने कहा कि उन लोगों का प्रयास होगा कि वे लोग गुमला को 'क्लीन गुमला ग्रीन गुमला' बनाएं और इसे ऊंचाई की ओर ले जाएं, लेकिन जब उनसे महावीर चौक पर लगातार गंदे पानी के बहाव के संबंध में पूछा गया तो उन्होंने कहा की यह सड़क एनएच है. इसलिए नगर परिषद सड़क में किसी प्रकार का काम नहीं करा सकता है.उन्होंने कहा कि इसे लेकर गुमला उपायुक्त ने एनएचआई से कई बार पत्राचार किया है, लेकिन अब तक उसका कोई परिणाम नहीं निकला है.

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