गुमला: जिले में इस वर्ष मानसून की बेरुखी से धान के बिचड़े लगे खेतों में दरारें पड़ गए हैं. अगर जल्द ही जिले में बारिश नहीं होती है तो धान की खेती करने वाले किसानों के सामने भूखमरी की स्थिति उत्पन्न हो जाएगी. किसान अपने सूखे खेतों को देखकर मायूस है उन्हें इस बात की चिंता है कि आने वाले समय में परिवार का भरण-पोषण कैसे करेंगे.
किसानों का कहना है वे सिर्फ धान की ही खेती करते हैं, जिसके लिए बारिश के मौसम का उन्हें इंतजार रहता है. जैसे ही बारिश शुरू होती है और खेतों में पानी जमा होता है उसके बाद में धान की खेती में वे लग जाते हैं. सबसे पहले धान के बिचड़े तैयार करते हैं जिसके बाद उसे खेतों में रोपकर धान की खेती करते हैं.
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