गुमलाः गुमला जिले के चैनपुर थाने से महज 5 किलोमीटर की दूरी पर बुकमा गांव में डायन बिसाही का आरोप लगा कर दो लोगों की हत्या शनिवार देर रात कर दी गई. वारदात दंपती के रिश्तेदारों ने ही की. लोगों का कहना है कि इस मामले में चैनपुर पुलिस का सूचनातंत्र पूरी तरह फेल रहा. दंपती की हत्या की आशंका की शिकायत के बाद भी थाने से महज 4 से 5 किलोमीटर की दूरी पर पुलिस गांव नहीं गई वर्ना उनकी जान बच जाती.
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जानकारी के अनुसार वृद्ध दंपती ने चैनपुर थाना पुलिस से अपनी हत्या होने की आशंका जताते हुए मदद की गुहार लगाई थी. मगर चैनपुर थाना पुलिस ने सिर्फ एक मोबाइल नंबर दे दिया और कहा कि अगर किसी प्रकार की अनहोनी होने की शंका होती है तो हमें दूरभाष पर जानकारी दें और अपना पल्ला झाड़ लिया. चैनपुर थाना पुलिस ने गांव जाकर मामले की गंभीरता को समझना भी जरूरी नहीं समझा. वर्ना दंपती की जान बच जाती.
गुमला में डायन बिसाही के शक में हत्या पुलिस संज्ञान लेती तो बच जाती जानः डायन-बिसाही जैसी कुप्रथा को लेकर आए दिन हो रही महिलाओं की हत्याओं को लेकर चैनपुर थाने की लापरवाही पर भारी सवाल खड़े हो रहे हैं. लोग चर्चा कर रहे हैं कि इतने बड़े मामले की जानकारी होते हुए भी चैनपुर थाना पुलिस आखिर गांव क्यों नहीं गई और मामले की जानकारी लेना क्यों जरूरी नहीं समझा. लोगों का कहना है कि अगर चैनपुर थाना पुलिस गांव जाकर मामले की जानकारी लेती. दोनों परिवार में सुलह कराने का कोशिश करती और उग्र परिवार को डांट डपटकर शांत करती तो इतनी बड़ी अनहोनी नहीं होती. मगर चैनपुर थाना पुलिस ने सिर्फ एक मोबाइल नंबर देकर अपना पल्ला झाड़ लिया और उसी दिन देर रात वृद्ध दंपती की हत्या कर दी गई. सूचना मिलने के बाद रात में ही जाकर चैनपुर थाना पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया और अब मामले की जांच कर रही है.
गुमला में डायन बिसाही के शक में हत्या डीआईजी अनीश गुप्ता ने मामले का लिया संज्ञानः इस मामले पर रांची के डीआईजी अनीश गुप्ता ने बताया कि अगर पुलिस से लापरवाही हुई होगी तो संबंधित थानेदार पर अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी. इसके लिए पूरे मामले की जांच की जिम्मेदारी चैनपुर एसडीपीओ सीरिल मरांडी को सौंपी गई है. एसडीपीओ सीरिल मरांडी को हत्या के कारण पुलिस की भूमिका समेत सभी अन्य बिंदुओं पर रिपोर्ट देने को कहा गया है.
गुमला में डायन बिसाही के शक में हत्या पुलिसकर्मियों ने अपनी ही अफसरों की बात कर दी अनसुनीः बताते चलें कि डायन कुप्रथा की रोकथाम को लेकर गृह कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से 1 दिसंबर 2021 को जारी आदेश के बाद पुलिस मुख्यालय ने सभी जिले को स्पष्ट दिशा निर्देश जारी किया है. इस मामले में जिला ही नहीं, थाना स्तर तक की जवाबदेही तय की गई है और हर माह इसकी समीक्षा की जाती है. डायन बिसाही जैसी कुप्रथा के उन्मूलन के लिए सभी थानों को स्पष्ट निर्देश है कि इस कुप्रथा के रोकथाम के लिए ठोस व उचित कदम उठाए. इस तरह के मामले संज्ञान में आते हैंं तो इस पर त्वरित कार्रवाई करें मगर चैनपुर थाने ने सिर्फ एक मोबाइल नंबर देते हुए अपना पल्ला झाड़ लिया, जिससे दो वृद्ध पति-पत्नी की जान चली गई.