गुमलाः जिले के कामडारा प्रखंड अंतर्गत बुरुहातू गांव में अंधविश्वास के कारण हुए नरसंहार की घटना के बाद प्रखंड और पुलिस प्रशासन की ओर से लगातार लोगों के बीच जागरुकता लाने का प्रयास किया जा रहा है. इसी क्रम में गुरुवार को कामडारा के प्रखंड विकास पदाधिकारी रविंद्र कुमार गुप्ता के निर्देश पर बुरुहातू आम टोली गांव में जेएसएलपीएस और पकरा ग्राम संगठन के समूह महिला मंडल की दीदियों की ओर से डायन बिसाही, स्वास्थ्य और चिकित्सा जागरुकता, नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया.
डायन बिसाही और झाड़ फूंक को लेकर चलाया जागरुकता अभियान, नुक्कड़ नाटक के माध्यम से दिया संदेश - गुमला में डायन बिसाही और झाड़ फूंक के खिलाफ अभियान
गुमला में डायन बिसाही, स्वास्थ्य और चिकित्सा के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए जागरुकता अभियान चलाया गया. इस दौरान नाटक प्रस्तुत करते हुए ग्रामीणों से अंधविश्वास से दूर होकर हड़िया और दारू को छोड़ने की अपील की गई.
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महिलाओं को दिलाई गई शपथ
नुक्कड़ नाटक में पकरा गांव के ग्राम संगठन समूह की ओर से नाटक प्रस्तुत करते हुए ग्रामीणों से अपील की गई कि अंधविश्वास से दूर होकर हड़िया और दारू पीना छोड़ें और अपने भविष्य को अन्य रोजगार से जोड़ना है. पिछले दिनों घटित घटना का स्मरण कर गांव की महिलाओं को शपथ दिलाई कि इस तरह की घटना होने नहीं देंगे और खुद के साथ ही गांव में भी बदलाव लाएंगे.
जागरुकता और नुक्कड़ नाटक के दौरान कामडारा थाना के प्रभारी वैभव कुमार ने ग्रामीण महिलाओं को हड़िया और दारू बेचने से परहेज करने की अपील की. कहा कि अगर महिलाएं शराब बेचेंगी तो निश्चित रूप से उसके घर और आस पास के पुरुष शराब का सेवन करेंगे, जिससे अपराध को बढ़ावा मिलता हैं. वहीं उन्होंने कहा कि गांव में किसी के बीमार होने पर उसे झाड़ फूक न कर सीधे अस्पताल ले जाए.