गोड्डा: बंदना महज तीस साल की लड़की है लेकिन ये 40 बच्चों की मां है. इतनी कम उम्र में ये बेसहारा बच्चों के लिए कब वंदनीय हो गयीं इसका अहसास उन्हें भी नहीं हुआ. 16 साल पहले उन्होंने सड़क पर बिलबिलाते बच्चे को देखा और उसे साथ घर ले आयी. तब से यह उनकी आदत में शुमार हो गया.
जिस उम्र में बच्चे अपने सपनों को पूरा करने के लिए जी जान लगा देते हैं. उस उम्र में बंदना ने एक ऐसा सपना पाला जो हर कोई नहीं देखता. उन्होंने ठान लिया कि अब उन्हें बेसहारा बच्चों की देखभाल करनी है. बंदना के इस फैसले के बाद पहले तो घरवालों ने लताड़ा. यही नहीं समाज के लोगों ने इसे पागलपन भी कहा. लेकिन ये बातें बंदना की सपनों की उड़ान को रोक नहीं पाएं. आज बंदना एक नहीं बल्कि 40 बच्चों की मां कहलाती हैं.