गोड्डा:जिले में पानी की किल्लत अब आम बात हो गई है. खास तौर पर तब से जब गोड्डा की लाइफ लाइन कही जानी वाली कझिया ने अपना अस्तित्व खो दिया. इसके चलते गोड्डा शहर का जल स्तर नीचे चला गया. हालात बिगड़े तो गोड्डा शहर के लोगों की प्यास मिटाने के लिए सुंदर जलाशय से पेयजल आपूर्ति की योजना बनाई गई. लेकिन इस योजना की शुरुआत हुए 5 साल बीत गए. अब जाकर यह पूरा हो पाई है, हालांकि फाइनल ट्रायल का इंतजार है. इससे यहां के लोगों को उम्मीद बंधी है कि जल्द ही इससे पेयजल आपूर्ति शुरू होगी. सूत्रों का कहना है कि जल्द ही इससे गर्मी में लोगों के घरों तक शुद्ध पेयजल मुहैया कराया जा सकेगा.
ये भी पढ़ें-सब जूनियर नेटबॉल बालिका टीम ने कोलकाता में लहराया जीत का परचम, अंतिम 8 में बनाई जगह
2018 में योजना पूरी करने का था लक्ष्य
सुंदर जलाशय से गोड्डा शहर को पीने का पानी उप्लब्ध कराने के लिए 2015-16 में काम की शुरुआत हुई थी, तब ये दावा किया गया था कि साल 2018 तक हर हाल में गोड्डा को पानी मिल जाएगा. इस योजना को लेकर विभिन्न राजनीतिक दल प्रतिनिधि श्रेय लेने की होड़ मे लगे रहे लेकिन अब तक 5 साल बीत चुके है. 2021 में अब एक बार फिर लोगों की उम्मीद बंधी है.
दो बार सफल रहा ट्रायल
अब तक सुंदर जलाशय का दो ट्रायल हो चुका है. जिसमें सुंदर जलाशय से लगभग 30 किमी दूर गोड्डा में पानी पाइप लाइन से पहुंच चुका है. इसका दूसरा ट्रायल सफल रहा है. ऐसे में अब फाइनल ट्रायल के बाद जल्द ही मार्च के अंत या अगले माह तक शुद्ध पेयजल लोगों के घरों तक पहुंच जाएगा. हालांकि इन सबके साथ ही गोड्डा शहर में वाटर डिस्ट्रिब्यूशन सिस्टम को भी दुरुस्त करना होगा. गोड्डा शहर की आबादी में भी बड़ा इजाफा हुआ है और कुल 21 वार्ड तक पाइप लाइन का विस्तार और बेहतर प्रबंधन से पानी की आपूर्ति का सही उद्देश्य पूरा होगा.