गोड्डाः बिहार झारखंड के महाठग बिहारी बाबू का रूतबा उसके गांव ढोढ़री में देखने लायक है. उसकी पत्नी माला देवी पंचायत समिति सदस्य है, उसके घर में दरबार लगता है. यहां के लोगों की मानें तो उनके घर के बाहर खड़ी होने वाली गाड़ियां हर साल बदलती नजर आती है. खुद बिहारी बाबू कभी एमवीआई अफसर बन जाता तो कभी नेता तो कभी जेई बनकर लोगों को अपना शिकार बनाता रहता.
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नटवरलाल के नाम से मशहूर बिहारी बाबू पिछले दस साल से रूतबे के साथ हेराफेरी के धंधे में सक्रिय रहा. लेकिन गोड्डा के रहने वाले बिहारी बाबू आखिरकार खूंटी जिला से गिरफ्तार कर लिया गया. बिहार व झारखंड का शातिर ठग जिसको खूंटी पुलिस ने गिरफ्तार किया है वो बिहारी बाबू उर्फ अटल बिहारी गोड्डा के ढोढ़री पंचायत का रहने वाला है और उसकी पत्नी पंचायत समिति सदस्य है.
ईटीवी भारत की टीम इस नटवरलाल के गांव ढोढ़री पंचायत पहुंची. गांव में बिहारी बाबू के नेम प्लेट वाली दो से तीन भव्य बिल्डिंग नजर आई. गांव वालों से पूछने पर कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं हुआ. बिहारी बाबू के घर में उसकी पत्नी माला देवी नहीं मिली, कार्यालय भी बंद था. लेकिन बंद दफ्तर का हॉल का नजारा किसी दरबार से कम नहीं था. इससे सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि यहां कभी दरबार भी लगता होगा. ईटीवी भारत की टीम ने ग्रामीणों से बिहारी बाबू की संपत्ति और आय से संबंधित बात जाननी चाही तो लोग इससे अनभिज्ञ नजर आए, उनके घर पर पैसा कहां से आता ये किसी को नहीं पता लेकिन लोग इतना जरूर कहते हैं कि उनके घर के बाहर हर बार नयी-नयी गाड़ियां समय समय पर जरूर नजर आती है.
एक ग्रामीण ने ईटीवी भारत की टीम को बताया कि बिहारी बाबू कुछ दिन पहले बिहार के बेऊर जेल में सजा भी काट चुके हैं. लेकिन शातिर का रसूख ऐसा कि वो जेल से निकले और दोबारा ठसक के साथ हेराफेरी में सक्रिय हो गये. ढोढ़री पंचायत में बिहारी बाबू का ये रूतबा 10 महीने का नहीं 10 साल से भी ज्यादा का है, लोग दबी जुबान में उसे नटवरलाल ही कहते हैं. इसका राजनीति में भी काफी रसूख है, चुनावी मौसम में नयी-नयी गाड़ियों के साथ बिहारी बाबू नेताओं के काफिले का भी हिस्सा रहे हैं.
ठगी के आरोप में बिहारी बाबू गिरफ्तारः खूंटी एसपी अमन कुमार ने इस ठगी का खुलासा किया. खूंटी पुलिस के खुलासे में ये बात सामने आई कि इनकी टीम का कोई सदस्य ठगी के इस धंधे में शामिल नहीं था. वो ठगी का पैसा अपनी पत्नी के ही खाते में डालता था. ठगी का खुलासा होने के बाद पुलिस ने आरोपी बिहारी बाबू की पत्नी का खाता फ्रीज कर दिया है, इस बैंक अकाउंट में करीब 7.5 लाख की राशि जमा है.
सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के नाम पर ठगीः महाठग बिहारी बाबू की गिरफ्तार के बाद ठगी का परत-दर-परत खुलासा हो रहा है. जिसमें अब तक ये पाया गया है कि बिहारी बाबू एक अरसे से ठगी का धंधा कर रहा है. इसमें सबसे अहम है, ग्रामीणों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के नाम पर ठगी. उसने सरकारी योजना दिलाने के नाम पर 15 से 20 लाख की राशि ठगी की है. इसके ठगी के कारनामे के शिकार लोग बिहार के कैमूर, दरभंगा और मधुबनी जिले में भी हैं. इसके अलावा झारखंड के लातेहार, खूंटी, चाईबासा, पूर्वी सिंहभूम के लोग भी बिहारी बाबू की ठगी के शिकार हुए हैं.
हालांकि यह शुरुआती अनुसंधान है. आरोपी बिहारी बाबू ने एक व्यक्ति दशाय मुंडा से केसिंग पाइप दिलाने के नाम खूंटी डीसी के आवासीय कार्यालय के पास 1.32 लाख ठग लिए. इसके बाद खूंटी पुलिस ने एसआइटी की टीम गठित के आरोपी के स्केच बनवाये, रांची और जमशेदपुर के विभिन्न इलाकों से लगभग 100 सीसीटीवी फुटेज खंगाले गये, तब जाकर बिहारी बाबू की गिरफ्तारी हुई. बिहारी बाबू झारखंड में 20 लोगों से ठगी कर चुका है.