गोड्डाः पूर्व सीएम रघुवर दास ने कहा है 40 से 50 की संख्या में प्रतिबंधित पीएफआई के लोग पंचायत चुनाव में जीतकर आए हैं. इनको सरकार का संरक्षण प्राप्त है जो अवैध खनन से बना रहे अकूत संपत्ति बना रहे हैं.
प्रतिबंधित संगठन पीएफआई के लोगों को मिल रहा सरकार का संरक्षण- रघुवर दास
पूर्व सीएम रघुवर दास ने एक बार फिर से राज्य की हेमंत सरकार पर हमला बोला है. गोड्डा में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि प्रतिबंधित संगठन पीएफआई के लोगों को सरकार का संरक्षण मिल रहा है. पंचायत चुनाव में करीब 50 ऐसे लोग जीतकर आए हैं और ये अवैध खनन कर अकूत संपत्ति जमा कर रहे हैं.
गोड्डा के दौरे पर आए झारखंड राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री व भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास ने कहा राज्य में प्रतिबंधित पीएफआई के लोग बड़ी संख्या में पंचायत चुनाव जीत कर आ गए हैं, जो अवैध माइंस के कारोबार से झारखंड में लूट मचा रहे हैं. ऐसे लोगों को राज्य सरकार का संरक्षण प्राप्त हैं. वहीं उन्होंने किसी अंसारी का उल्लेख करते हुए कहा कि वो सरकार के करीबी हैं जिनका संबंध पीएफआई से है और संथाल परगना में अवैध खनन के कारोबार से अकूत संपदा जमा कर रहे हैं. पहली बार 2016 में उनकी सरकार ने पीएफआई पर प्रतिबंध लगाया था.
आगे उन्होंने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह चौपट है, खनन माफिया सक्रिय हैं, लोगों को रोजगार देने की बात कहने वाली सरकार पोषण सखी समेत हजारों की नौकरी ले ली है. वहीं राज्य लचर बिजली व्यवस्था के लिए रघुवर दास ने हेमंत सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि उसके ढुलमुल रवैये के कारण गोड्डा जैसे जगह में बिजली की खराब स्थिति है. उन्होंने कहा कि अडानी कुल उत्पादन का 25 प्रतिशत बिजली अन्य माध्यम से गोड्डा को देती, लेकिन हेमंत सरकार ने वो फाइल अटका रखी है. लेकिन जब रघुवर दास से पत्रकारों ने पूछा कि खनन घोटालों के तार तो आपके कार्यकाल से भी जुड़ते हैं तो वो बिफर गए और कहा कि सरकार कार्रवाई करे उसे किसने रोका है. वहीं उनके पांच मंत्रियों पर एसीबी की कार्रवाई पर भी वो कहते दिखे कि हमने ईमानदार सरकार दी है.