गोड्डाःविधायक प्रदीप यादव ने सांसद निशिकांत दुबे पर तंज कसा है. उन्होंने कहा कि वे बेचारे हैं, खेती किसानी से उन्हें क्या मतलब वे कॉर्पोरेट घरानों के हिमायती हैं. किसान आंदोलन पर कहा कि शीशा टूटा तो काल और कोयला जला तो लाल होता है, ऐसी ही घटना देश में घटी है. केंद्र सरकार काला कानून लेकर आई है.
विधायक प्रदीप यादव ने सांसद निशिकांत दुबे पर कसा तंज, कहा- कॉर्पोरेट घराने के हिमायती को किसानों से क्या मतलब
गोड्डा में विधायक प्रदीप यादव ने सांसद निशिकांत दुबे पर निशाना साधा है. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि सांसद बेचारे हैं, उन्हें खेती किसानी से क्या मतलब, वे तो कॉर्पोरेट घराने के हिमायती हैं.
कांग्रेस नेता और विधायक प्रदीप यादव ने किसान आंदोलन पर कहा कि इसके लिए केंद्र की सरकार ही दोषी है. उन्होंने बड़े ही शायराना अंदाज में कहा कि शीशा जब टूटता है तो काल हो जाता है और कोयला जलता है तो लाल हो जाता है. ये किसान आंदोलन का उग्र रूप भी इसी कहानी को बयां करती है. प्रदीप यादव ने सांसद निशिकांत दुबे की ओर से प्रशासन से रैली पर रोक के मद्देनजर तंज कसते हुए कहा कि सांसद बेचारे हैं, उन्हें खेती किसानी से क्या मतलब, वे तो कॉर्पोरेट घराने के हिमायती हैं. इसके साथ ही कहा कि जब तक ये काला कृषि कानून वापस नहीं लिया जाता, आंदोलन जारी रहेगा. गोड्डा से देवघर रोहिणी तक ट्रैक्टर रैली 31 जनवरी को प्रस्तावित है, जिसमें कांग्रेस के सभी राज्य के मंत्री और दिग्गज हिस्सा बनेंगे.