गोड्डा: सोमवार को बीजेपी के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष गोड्डा पहुंचे, जहां कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया. उन्होंने शहर के ब्लॉक मैदान में एक जनसभा को संबोधित किया, जिसमें उन्होंने मतदाताओं को केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं और उपलब्धियों की जानकारी दी. इस दौरान जेपी नड्डा ने स्थानीय पार्टी संगठन पर मंच से नाराजगी जाहिर की और कहा कि वे बंद कमरे में रणनीति तय करने आए थे, लेकिन यहां खुला मैदान होने के साथ मीडिया भी मौजूद है.
क्यों हुए नाराज
संथाल परगाना के गोड्डा में भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नाराज दिखे और उन्होंने सरेआम मंच से ये नाराजगी जाहिर की. वे इतने पर ही नहीं रुके, उन्होंने भाषण की शुरूआत में 4 मिनट तक इसी पर बोला और समापन भी इसी को लेकर किया. उन्होंने कहा कि वे जिला प्रभारी सांसद रामकृपाल यादव के माध्यम से दो-तीन दिन सारी बातों की चर्चा के बाद सारी योजना को निर्देशित करवा देंगे.
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दरअसल जेपी नड्डा भाजपा के शीर्ष रणनीतिकारों में से एक हैं. उनकी संगठनात्मक क्षमता का भाजपा लोहा मानती है. जेपी नड्डा के गोड्डा दौरा के पीछे भी यही रणनीति थी कि वे सीधे-सीधे पार्टी के पदधारियों और बूथ लेवल कमेटी से मुखातिब होकर जमीनी हकीकत की सही पड़ताल कर सके. इसी के मद्देनजर जेपी नड्डा की चाहत थी कि वे संगठन से जुड़े भाजपा नेताओं से बंद कमरे में सवाल-जवाब कर उन्हें चुनावी जीत के लिए मंत्र दें. लेकिन उनकी सारी योजना पर स्थानीय संगठन से जुड़े नेताओं ने पानी फेर दी और जिस बैठक को बंद कमरे में होना था, उसे खुले मैदान में करा दिया और रही सही कसर मीडिया की उपस्थिति ने पूरा कर दिया. ये सबकुछ मंच से सीधे-सीधे जेपी नड्डा ने स्वीकार किया और मंच से कार्यकर्ताओं को फटकार लगायी.