गोड्डा: जिले में पानी के लिए हाहाकार मच गया है. कई तालाब लगभग सूखकर मैदान में तब्दील हो गए हैं. बच्चे यहां अब क्रिकेट खेलते हुए नजर आ रहे हैं. जलस्तर नीचे जाने से ज्यादातर कुएं और हैंडपंप में भी पानी नहीं आ रहा है. इस सीजन में गोड्डा में अधिकतम तापमान 46 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. गर्मी का असर ग्रामीण क्षेत्रों में भी देखा जा रहा है. जहां लोग पानी के लिए इधर उधर भटक रहे हैं.
Godda Water Crisis: गोड्डा में पानी के लिए मचा त्राहिमाम! तालाब सूख कर बन गए खेल के मैदान
गोड्डा में भीषण गर्मी को असर लोगों के जनजीवन तो पड़ रहा है. जलस्तर नीचे जाने से जलसंकट की समस्या भी उत्पन्न हो गई है.
शहरी क्षेत्र में पानी की आपूर्ति टैंकर से की जा रही है. तालाबों की स्थिति ये है कि बच्चे उसे खेल के मैदान के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं. गोड्डा जिले में दो नगरीय क्षेत्र है एक गोड्डा जिला मुख्यालय नगर परिषद और दूसरा महगामा नगर पंचायत क्षेत्र. यहां के सबसे पुराने तालाब राज कचहरी तालाब और महगामा के गंगा सागर तालाब सूख चुके हैं इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि गर्मी से क्या हालात हैं और जल स्तर कि जिले में क्या स्थिति है.
गौरतलब है कि दोनों ही जगह दो बड़े औद्योगिक क्षेत्र हैं. गोड्डा शहर से सटे अडानी पावर प्लांट से गोड्डा को बिजली तो नहीं मिलती है. लेकिन इससे गोड्डा में गर्मी और प्रदूषण जरूर बढ़ गया है. इस बात को लेकर पोड़ैयाहाट विधायक प्रदीप यादव ने कहा कि इससे पहले गोड्डा में इतनी गर्मी आज तक नहीं हुई थी. वो भी सिर्फ 800 मेगावाट बिजली की शुरुआत होने पर इतनी गर्मी है. उन्होंने कहा कि जब 1600 मेगावाट शुरू होगी तो क्या हालत होगी. उनके द्वारा जितना प्रदूषण फैलाया जा रहा उसकी तुलना में पेड़ नहीं लगे, जो लगे भी झारखंड के अन्य जिलों में वो समझ से परे है. कांग्रेस की महगामा विधायक ने कहा कि जलस्तर नीचे जाने से पानी की किल्लत हो रही है. टैंकर से लोगों को पानी मुहैया कराने की कोशिश हो रही है.