गोड्डा: ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम की अध्यक्षता में जिला 20 सूत्री और जिला योजना समिति की बैठक हुई. इस दौरान सत्ताधारी दल के विधायकों ने जिला प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि उनके द्वारा योजनाएं क्षेत्र की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए सूची बद्ध की जाती है, लेकिन जिला प्रशासन इसे सालो लटकाए रहती है.
गोड्डा प्रशासन पर भड़के विधायक दीपिका पांडेय और प्रदीप यादव, एक भी योजना स्वीकृत नहीं करने का लगाया आरोप
गोड्डा में जिला 20 सूत्री की बैठक में विधायक दीपिका पांडेय और प्रदीप यादव प्रशासन पर भड़के नजर आए. उन्होंने प्रशासन को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि साल भर में एक भी योजना को स्वीकृत नहीं किया गया, ऐसे में जनता को क्या जवाब दें. जिसके बाद प्रभारी मंत्री ने प्रशासन को एक माह में योजनाओं को धरातल पर लाने का निर्देश दिया.
इस बाबत बैठक में पोड़ैयाहाट विधायक प्रदीप यादव और महगामा विधायक दीपिका पांडेय सिंह के कड़े तेवर देखने मिले. उन दोनों ने कहा कि पिछले एक साल में उनके द्वारा संसूचित योजनाओं में एक भी स्वीकृत नहीं हुई है. इस पूरे मामले पर प्रशासन के रवैये से जन प्रतिनिधि नाराज दिखे. वहीं मंत्री आलमगीर आलम ने भी इसे प्रशासनिक लेट लतीफी मानते हुए दो माह के अंदर योजनाओं को स्वीकृत कर उसे पूरा करने की पहल की और जिला प्रशासन के पदाधिकारियों को निर्देशित किया.
जिला परिषद के सदस्यों ने भी रखी मांग: इस दौरान जिला परिषद के सदस्यों ने भी अपनी मांग रखते हुए कहा कि उन्हें भी विकास योजनाओं में हिस्सेदारी मिले और उनके द्वारा संसूचित योजनाओं की भी जिला प्रशासन स्वीकृति दे. इसके तहत निर्देश दिया गया कि सभी 24 जिला परिषद सदस्य को एक -एक योजना दी जाए. वहीं जिले में लंबित योजनाओं को एक महीने के अंदर धरातल पर उतारा जाए. इसी दौरान मंत्री आलमगीर आलम द्वारा 20 सूत्री उपाध्यक्ष कार्यालय का उद्घाटन भी किया गया. इस मौके पर गोड्डा विधायक अमित मंडल और बोरियो विधायक लोबिन हेंब्रम के अलावा 20 सूत्री उपाध्यक्ष बिंदु मंडल, सदस्य घमश्याम यादव, बेनु चौबे, दिनेश यादव आदि शामिल थे.