गोड्डा: संथाल परगना के दो घोर विरोधी विधायक इरफान अंसारी और प्रदीप यादव अब एक ही दल कांग्रेस में हैं. मालूम हो कि जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी ने प्रदीप यादव के कांग्रेस में शामिल होने का पुरजोर विरोध किया था और इसे लेकर पार्टी पद यानी कि झारखंड के कार्यकारी अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने दिल्ली पहुंच गए थे, लेकिन दिल्ली से वापस लौटने के बाद इनके सुर बदल गए हैं.
दिल्ली से वापस आने के बाद इरफान अंसारी ने कहा कि प्रदीप यादव उनके मेहमान हैं, उनसे कैसी दुश्मनी. इनके दल भले एक हो गए हो लेकिन दिल में अब भी कई गुबार है. उन्होंने कहा कि प्रदीप यादव को पार्टी में निस्वार्थ भाव से काम करना होगा. वहीं, उन्होंने कहा कि अगर केस छुपाने आए हैं तो ये इरफान अंसारी बर्दाश्त नहीं करेगा.
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साथ ही इरफान अंसारी ने एक हिदायत भी दे डाली कि खून पसीने से पार्टी को पटरी पर लाया हूं. कांग्रेस के कल्चर को जानिए अन्यथा अगर किसी पार्टी कार्यकर्ता का अपमान करेंगे तो इरफान अंसारी बर्दाश्त नहीं करेगा.
इरफान अंसारी इतने पर ही नहीं रुके उन्होंने यह भी कह दिया कि हम अभी सत्ता में हैं. कई दो नंबरी लोग आएंगे, हालांकि बाद में प्रदीप यादव का बचाव करते हुए कहा वे ऐसे नहीं हैं. ज्ञात हो कि दो दिन पूर्व ही प्रदीप यादव ने इरफान के आग उगलने के बावजूद उनके सम्मान में कसीदे गढ़े थे और कहा था कि इरफान जी अच्छे व्यक्ति हैं. ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि एक दल में आने के बाद दिल मिलते हैं या फिर जुबानी जंग जारी रहती है.