गिरिडीह: कोयला के अवैध खनन के दरमियान हादसा हो गया है. इस हादसे में एक युवक की मौत हो गई है. मृतक पचंबा थाना इलाके के करहरबारी का निवासी बताया जाता है. घटना सीसीएल के बंद पड़े ओपेनकास्ट माइंस के समीप घटी है. घटना के फौरन बाद कोयला चोर और माफिया सक्रिय हुए और शव को मृतक के घर ले जाया गया. फिर चंद घंटे में शव को दफना दिया गया. इस घटना के बाद माइंस के इलाके में सन्नाटा पसर गया है. सीसीएल के कर्मी, सुरक्षा विभाग के कर्मियों ने चुप्पी साध ली है.
Illegal coal mining: अवैध कोयला खनन के दौरान हादसा, एक युवक की मौत, आनन-फानन में दफनाया गया शव - Giridih News
गिरिडीह में कोयला का अवैध खनन और परिवहन थमने का नाम नहीं ले रहा है. कोयला के अवैध खनन में मौत भी लगातार हो रही है. इस बार सीसीएल के बंद पड़े माइंस के अंदर कोयले के अवैध खनन के दौरान जमीन धंस गई है जिसमें एक युवक की मौत हो गई.
तीन फीट का गड्ढ़ा कर निकाला जा रहा है कोयला:बंद पड़े ओपेनकास्ट माइंस के पास तीन-तीन फीट के कई खंता (कोयला निकालने के लिए बनाया गया छोट्टा गड्ढा) संचालित होते है. इसी खंता से कोयले को निकालकर जगह-जगह डंप किया जाता है. रात में बैलगाड़ी और बाइक पर लादकर कोयला भेजा जाता है. सोमवार रात भी इसी तरह का खेल चल रहा था. कोयला खनन के क्रम में युवक जमीन पर ही सो गया था. बताया जाता है कि माइंस के पास वह जिस जमीन पर सोया था, उसके ठीक नीचे तीन फीट का खंता संचालित था. अचानक वहां धंसान हो गया और युवक जमीन में समा गया, जिससे उसकी मौत हो गई. घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया और शव को निकाल कर लोग फरार हो गए.
सीसीएल सुरक्षा विभाग ने जाहिर की अनभिज्ञता: इस घटना पर पर्दा डालने का प्रयास शुरू हो गया है. जहां मृतक के परिजनों को कोयला माफियाओं द्वारा डरा धमका कर खामोश रहने को कहा गया है. वहीं सीसीएल सुरक्षा विभाग ने भी चुप्पी साध ली है. ओपेनकास्ट में तैनात सीसीएल सुरक्षा विभाग के प्रभारी नारायण मंडल से बात की गई, तो उनका कहना था कि इस क्षेत्र में अवैध खनन का काम होता ही नहीं है. यह भी कह दिया कि मरने की घटना अफवाह है. हालांकि, थोड़ी देर बाद नारायण मंडल अपनी बात का खंडन करते हुए सीसीएल अधिकारियों के साथ डोजरिंग करवाने पहुंचे.
संगठित गिरोह सक्रिय: इधर बताया जाता है कि ओपेनकास्ट माइंस के आसपास इलाके में संगठित गिरोह सक्रिय हैं. यह गिरोह मजदूरों से कोयला खनन करवाता है और उसे फिर बाइक और बैलगाड़ी से तस्करी करवाता है. यहां पर वसूली का अलग गैंग भी सक्रिय है, जो बाइक और बैलगाड़ी से अलग-अलग पैसा वसूलता है.