बगोदर, गिरिडीह: बगोदर थाना क्षेत्र में जंगली हाथियों का उत्पात दूसरे दिन भी जारी रहा. जहां जंगली हाथियों ने शुक्रवार को रात में औंरा पंचायत के पत्थलडीहा गांव में जमकर उत्पात मचाया. हाथियों ने चारदीवारी को ध्वस्त करने के साथ मकई व धान की फसलों को रौंद डाला. वहीं इससे किसानों में मायूसी छाई हुई है.
जंगली हाथियों का उत्पात जारी
कोरोना काल से जुझ रहे बगोदर प्रखंड क्षेत्र के किसानों की जंगली हाथियों ने और भी मुश्किलें बढ़ा दी है. जंगली हाथियों का उत्पात शुक्रवार को रात दूसरे दिन भी जारी रहा. जंगली हाथियों ने औंरा पंचायत के पत्थलडीहा गांव में जमकर तांडव मचाया है. एक एकड़ भू-भाग में किए गए चारदीवारी को चारों तरफ से हाथियों ने ध्वस्त कर दिया है. साथ ही तैयार मकई की फसलों को चट कर गए और धान की फसलों को रौंद दिया. इससे किसानों में मायूसी छाई हुई है. वहीं किसानों ने क्षतिपूर्ति की भरपाई करने की मांग की है.
गिरिडीह: दूसरे दिन भी जंगली हाथियों का जारी रहा उत्पात, धान और मकई की फसलों को रौंदा - जंगली हाथियों से परेशान ग्रामीण
बगोदर, गिरिडीह जिले में शनिवार को भी जंगली हाथियों का उत्पात जारी रहा. जहां हाथियों ने चारदीवारी तोड़ने के साथ धान और मकई की फसलों को रौंदा डाला. इसकी जानकारी मिलने पर मौके पर पहुंचकर मुखिया ने घटना स्थल का जायजा लिया.
मुखिया ने किया जायजा
औंरा मुखिया महेश कुमार शनिवार घटना स्थल पहुंचे और मामले का जायजा लिया. उन्होंने बताया कि झुंड में 20 से 25 की संख्या में हाथी शामिल है. मुखिया के अनुसार मोहन महतो का चारदीवारी तोड़ने के अलावा एक एकड़ जमीन पर लगे मकई की फसलों को रौंद दिया है. इसके अलावा हरदयाल महतो के खेतों में लगे मकई व धान, घनश्याम महतो, लुटन महतो, भेखलाल महतो, चंद्रिका महतो, कारू महतो, कैला महतो, डोमन महतो, इंदर महतो, रामलाल महतो आदि के खेतों में लगे धान की फसलों को हाथियों ने रौंद दिया है.
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एक दिन पूर्व खंभरा में मचाया था तांडव
जंगली हाथियों ने एक दिन पूर्व बगोदर थाना क्षेत्र के खंभरा इलाके में खेतों में लगे धान व मकई की फसलों को रौंद डाला था. इससे किसानों में मायूसी है. हाथियों ने शंकर यादव सहित रीतलाल यादव, किशोरी शर्मा, दर्शन यादव, लक्ष्मण सिंह, नगीना सिंह, रामेश्वर रविदास, इंद्रदेव सिंह, जितेंद्र सिंह आदि के खेतों में लगे धान व मकई के फसलों को रौंद डाला था. इसमें रीतलाल यादव के लगभग एक एकड़ खेत में लगे धान की फसलों को नुकसान पहुंचा है.